लाइफ स्टाइल

जानिए, क्या सफ़ेद बाल तोड़ने या काटने से वे बढ़ते हैं अधिक

वो कहते हैं न कि हर चीज़ का एक ठीक समय होता है कोई भी असमय बात आँखों में जलन पैदा करती है. इसी तरह यदि आप कम उम्र में अपने सिर पर सफेद बाल देखें तो यह काफी चौंकाने वाला हो सकता है. ज्यादातर लोग इन्हें छुपाने की प्रयास करते हैं या नहीं तो उन्हें तोड़कर हटा देते हैं.

आम तौर पर, लोग सफ़ेद बालों को उखाड़ने या हटाने को एक स्वीकार्य अभ्यास मानते हैं. हालाँकि, सबसे दिलचस्प बात यह है कि हम अक्सर सफेद बालों से संबंधित दिलचस्प राय सुनते हैं – कि सफेद बालों को खींचने या कैंची से काटने से वे तेजी से बढ़ते हैं.

तो इसमें कितनी सच्चाई है? तो चलिए आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपके इस प्रश्न का उत्तर देने जा रहे हैं कि इस बात में कितनी सच्चाई है. डॉक्टरों के अनुसार समय से पहले बालों का सफेद होना जीवनशैली में गड़बड़ी, गर्म पेट, खराब खान-पान या कई अन्य कारणों से हो सकता है जिसके कारण बाल सफेद हो सकते हैं.

स्वास्थ्य जानकारों का बोलना है कि सिर की त्वचा में बालों के रोम होते हैं और इन्हीं रोमों से बाल उगते हैं. इन बालों के रोमों के आसपास मेलानोसाइट्स उपस्थित होते हैं, जो मेलेनिन का उत्पादन करते हैं. यह मेलेनिन ही है जो बालों के प्राकृतिक रंग को बनाए रखता है. जब मेलेनिन का उत्पादन कम हो जाता है, तो बाल अपना प्राकृतिक रंग खोने लगते हैं. यह कमी कई कारकों के कारण हो सकती है जैसे उम्र बढ़ना, अनुचित आहार, तनाव, रसायनों का अत्यधिक उपयोग, आनुवंशिकी, और एक बार रंजकता खत्म हो जाने पर यह वापस काला नहीं होता है.

आम धारणा के विपरीत, त्वचा जानकारों का बोलना है कि सफ़ेद बालों को तोड़ने से आसपास के बाल सफ़ेद नहीं होते हैं. यह विचार कि सफ़ेद बालों को उखाड़ने से बगल के बाल सफ़ेद हो जायेंगे, एक मिथक है. बालों का रंग मेलेनिन नामक एक विशिष्ट रसायन द्वारा निर्धारित होता है. मेलेनिन की कमी के कारण बाल सफेद होने लगते हैं. सफ़ेद बालों को तोड़ने से आसपास के बालों में मेलेनिन पर कोई असर नहीं पड़ता है. यह ध्यान रखना जरूरी है कि प्रत्येक बाल एक ही कूप से जुड़ा हुआ है. जब रंगद्रव्य ख़त्म हो जाते हैं, तो बाल सफ़ेद हो जाते हैं, और एक बार ऐसा होने पर, अपने प्राकृतिक रंग को बहाल करना कठिन होता है.

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