पूजा के स्थान पर ये चीजें रखकर रोका जा सकता है धन की हानि को
कई बार लोगों को अचानक धन नुकसान होने लग जाती है। उनका पैसा तेजी से खर्च होता है। वह स्वयं चाहकर भी इस पर कंट्रोल नहीं रख पाते। ऐसे में धन नुकसान को रोकने के लिए ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में कुछ तरीका बताए गए हैं, जिन्हें अपनाकर पैसे की बर्बादी रोकी जा सकती है। इन तरीकों से न सिर्फ़ पैसा कम खर्च होगा, बल्कि खूब धनलाभ भी होगा।
हरसिंगार के बांदे को पीले कपड़े में लपेटकर पूजा जगह में रखें
अपने घर का पूजा जगह सबसे पवित्र होता है। ऐसे में यहां कुछ चीजें रखकर धन की नुकसान रोकी जा सकती है। पंडित सुरेश पांडे के अनुसार, धन नुकसान बहुत अधिक हो रही है तो मघा नक्षत्र में हरसिंगार (फूल और फल के बीच की जगह) के बांदे को पीले कपड़े में लपेटकर पूजा जगह में रख लिया जाए तो लक्ष्मी जी की कृपा होती है।
इसके साथ ही यदि कार्यों में रुकावट आ रही है तो शतभिचा नक्षत्र में लाल रंग की घुंघची लाकर लाल कपड़े में लपेटकर कुछ दिनों के लिए अपने गले में धारण कर लें। धन फायदा के लिए सूर्य और चंद्रमा ग्रहण के सम शंखपुष्पी की जड़ घर लाकर अपने पूजा जगह में रख सकते हैं।
दरिद्रता दूर करने के लिए 41 दिनों तक लगाएं आंवला का भाेग
इसके साथ ही दरिद्रता को अपने जीवन से दूर रखने के लिए 41 दिनों तक मां लक्ष्मी की प्रतिमा के आगे आंवला का भोग लगाएं। चुटकियों में आपकी दरिद्रता दूर हो जाएगी। इसके साथ ही आंवले के पेड़ में 41 दिनों तक जल चढ़ाने से दरिद्रता दूर होती है।
नवमी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर मां लक्ष्मी की पूजा करने से दरिद्रता दूर होगी। घर में आंवले का पेड़ लगाने से भी आर्थिक हानि नहीं होता। वहीं बेल का पेड़ लगाने वाला आदमी अकाल मौत का शिकार और निर्धन नहीं होता। पीपल के आठ पेड़ लगाने से पितृ गुनाह दूर हो जाता है। इसी तरह आंवले के पांच पेड़ लगाने से वर्षों की दरिद्रता दूर हो जाती है। अकाल मौत या बीमारी हो रहे हैं तो 11 बेलपत्र के पेड़ ऐसी स्थान पर लगाएं जहां लोगों की पहुंच अच्छी तरह से हो। उसमें जल देना चाहिए। गंभीर रोंगों का भय भी दूर हो जाएगा।