2024 में कन्या राशि लोगों के लिए संपूर्ण वर्ष रहेगा काफी उतार चढ़ाव, देखे राशी
yearly Horoscope 2024: नया 2024 के शुरुआत में ग्रहों की स्थिति के आधार पर देखा जाए तो कन्या राशि अथवा लग्न के लोगों के लिए संपूर्ण साल काफी उतार चढ़ाव वाला हो सकता है। क्योंकि साल के शुरुआत में जहां सूर्य और मंगल भौमादित्य योग का निर्माण करके चतुर्थ रेट जगह सुख रेट में विद्यमान रहेंगे। बुध और शुक्र तृतीय जगह पराक्रम रेट में वृश्चिक राशि के होकर विद्यमान रहेंगे। चंद्रमा द्वादश जगह व्यय रेट में विद्यमान रहेगा । देवगुरु बृहस्पति अष्टम जगह मेष राशि में विद्यमान रहेंगे। शनि देव षष्ट जगह बीमारी रेट में अपनी राशि कुंभ के होकर विद्यमान रहेंगे। वहीं केतु लग्न जगह शरीर रेट में तथा केतु सप्तम जगह दांपत्य रेट में विद्यमान रहकर अपना निम्न संपूर्ण असर स्थापित करेंगे।
हेल्थ
स्वास्थ्य एवं आत्मशक्ति के दृष्टिकोण से देखा जाए तो साल 2024 सामान्य फल प्रदायक ही रहेगा । आत्मशक्ति में समानता बनी रहेगी । बुद्धि का सार्थक प्रयोग कर पाएंगे । कलात्मकता में वृद्धि होगी । मानसिक चिंतन में वृद्धि हो सकता है। आंतरिक स्तर पर अज्ञात भय बना रह सकता है। सीने की तकलीफ में वृद्धि हो सकती है। घबराहट, बीपी की शिकायत, धड़कन का बढ़ना तथा अत्यधिक क्रोध के कारण मन अशांत रह सकता है। पेट की आंतरिक समस्या, इंफेक्शन या एलर्जिकल परेशानी भी तनाव उत्पन्न कर सकता है। पुराना स्पॉन्डिलाइटिस है तो विशेष रूप से सावधान रहें। क्योंकि इस साल स्पॉन्डिलाइटिस से तनाव बढ़ सकता है। पैरों में चोट अथवा दर्द की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है तथा नसों में दर्द रह सकता है। मूल कुंडली के मुताबिक लग्न को मजबूत करना अति जरूरी होगा।
धन
धन,आय एवं पारिवारिक वृद्धि के दृष्टिकोण से देखा जाए तो साल 2024 कन्या राशि अथवा लग्न के लोगों के लिए काफी सकारात्मक रह सकता है । धन संबंधित कार्यों में प्रगति । नए व्यापार में वृद्धि का योग बनेगा। वाणी व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय सकारात्मक रहेगा। बुद्धिबल तथा पराक्रम से धन कमाने का संयोग बनेगा। विदेशी कंपनियों से जुड़कर धन की प्राप्ति हो सकती है। व्यापारिक विस्तार हो सकता है। थोड़े तनाव के साथ नए प्रतिष्ठान खोले जा सकते हैं। आर्थिक गतिविधियों के लिए यह साल सकारात्मक रूप से उत्तम रहेगा। सरकारी क्षेत्र से जुड़कर भी फायदा प्राप्त कर सकते है। कंस्ट्रक्शन, रियल स्टेट के क्षेत्र से भी धनागम हो सकता है। पारिवारिक दृष्टिकोण से यह साल उत्तम रहेगा। घर में नवीन मांगलिक कार्यों में वृद्धि के योग बनेंगे । नए सदस्य का परिवार में आगमन हो सकता है।
करियर
नौकरी, व्यवसाय तथा पराक्रम की दृष्टिकोण से देखा जाए तो साल 2024 सामान्य ही रहेगा। सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए ऑफिस पर तनाव उत्पन्न हो सकता है। अति घनिष्ठ लोगों से मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। आंतरिक डर के कारण अपना संपूर्ण असर स्थापित कर पाने में असफल रहेंगे । व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय ठीक रहेगा। पराक्रम में थोड़ी कमी रहेगी। सामाजिक दायरे में कमी आ सकती है। जॉब में बदलाव एवं तनाव भी उत्पन्न हो सकता है।
पढ़ाई, डिग्री एवं संतान के दृष्टिकोण से देखा जाए तो पढ़ाई सामान्य स्तर की रहेगी। अवरोध अथवा अंतराल की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। विषय के चुनाव में तनाव उत्पन्न हो सकता है। डिग्री में देरी हो सकती है। संतान को लेकर थोड़े बहुत तनाव की स्थिति साल भर बनी रह सकती है। संतान के स्वास्थ्य के कारण अथवा शोध अध्यापन के कारण तनाव की स्थिति बन सकती है। पिता का योगदान सानिध्य प्राप्त होगा। कार्यों में भाग्य का साथ प्राप्त होगा। सामाजिक प्रगति की दृष्टिकोण से समय अनुकूल बना रहेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में विजय की स्थिति बन सकती है।
लवलाइफ
यह वर्ष दांपत्य जीवन के लिए थोड़ा तनावपूर्ण साल बना रहेगा। जीवनसाथी की हेल्थ को लेकर तनाव आपसी मनमुटाव की स्थिति बनी रह सकती है। प्रेम संबंधों में तनाव की स्थिति और प्रेम संबंधों में बदलाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। साझेदारी के कार्यों को लेकर तनाव की स्थिति रह सकती है। वैवाहिक कार्यों में अवरोध की स्थिति। मानसिक अस्थिरता में वृद्धि के कारण आपसी कलह में वृद्धि तथा क्रोध में अधिकता के कारण टकराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। क्रोध पर नियंत्रण रखना दाम्पत्य जीवन को बनाए रखने के लिए अति जरूरी होगा।
जमीन, जायदाद का विवाद, गृह एवं गाड़ी सुख को लेकर तनाव की स्थिति बनी रह सकती है। माता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता की स्थिति। क्रोध में अधिकता के कारण घरेलू सुखों में कमी । सीने की तकलीफ में वृद्धि के कारण सुख में कमी। घबराहट, सांसों की परेशानी तथा बीपी की परेशानी के कारण तनाव बना रह सकता है। समय-समय पर सूर्य एवं मंगल की उपासना तथा पूजा शुभ रिज़ल्ट प्रदान करेगा।
उपाय-अशुभता में कमी के लिए राहु, सूर्य तथा मंगल की उपासना श्रेष्ठ फल प्रदायक होगा तथा मूल कुंडली के मुताबिक अशुभ ग्रहों की दशा, अंतर्दशा की स्थिति में तरीका अति जरूरी होगा।