लाइफ स्टाइल

आपके दिमाग को कमजोर बना देती हैं ये गलत आदतें

 आमतौर पर लोग कमजोर याददाश्त को बुढ़ापे से जोड़कर देखते हैं. लेकिन आजकल यह परेशानी कम उम्र के लोगों में भी खराब आदतों की वजह से देखी जाती है. अल्जाइमर और डिमेंशिया, ऐसी ही दो बीमारियां हैं, जो कमजोर याददाश्त का कारण बनती हैं. ऐसे में आइए जान लेते हैं आखिर क्या हैं वो 5 खराब आदतें, जो बनती हैं कमजोर याददाश्त का कारण.

नाश्ता नहीं लेना
गर आप सुबह ऑफिस या विद्यालय शीघ्र पहुंचने के चक्कर में सुबह का नाश्ता नहीं करके जाते हैं, तो यह आदत आपके दिमाग पर बुरा असर डाल सकती है. नाश्ता नहीं करने की आदत आपके लिए मोटापा, कमजोर इम्यूनिटी, कमजोर याददाश्त, लो-ब्लड शुगर आदि जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ा देती हैं. इन समस्याओं से बचने के लिए आपको रोज सुबह उठने के 3 घंटे के भीतर ही नाश्ता कर लेना चाहिए.

ज्यादा मीठा खाना-
अगर आप भी मीठा खाने के शौकीन हैं तो अपनी इस आदत को तुरंत बदल दें या फिर कम कर दें. आवश्यकता से अधिक रिफाइंड शुगर का सेवन आपके दिमाग को हानि पहुंचा सकता है. शुगर खाने से आपके शरीर में ब्लड शुगर बढ़ता है, जो मस्तिष्क की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है. अध्ययन के मुताबिक रिफाइंड शुगर का अधिक सेवन डिमेंशिया और अल्जामइर का खतरा पैदा कर सकता है.

पर्याप्त नींद न लेना-
स्वस्थ रहने के लिए आदमी को पर्याप्त नींद लेना बहुत महत्वपूर्ण है. अध्ययन बताते हैं कि जो लोग 6 घंटे से कम सोते हैं या 9 घंटे से अधिक सोते हैं, उन्हें दिमाग संबंधी रोंगों के साथ मोटापे का खतरा अधिक बना रहता है. आवश्यकता से अधिक या कम नींद लेने से मस्तिष्क की कोशिकाएं सिकुड़ने लगती हैं, जिससे आपकी याददाश्त कमजोर हो सकती है.

जंक फूड-
अगर आप आवश्यकता से अधिक जंक फूड का सेवन करते हैं या  कोल्‍ड ड्रिंक्‍स पीते हैं तो भी ये आपके दिमाग पर बुरा असर डाल सकती है. ऐसे में अपनी दिमागी स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए डाइट में जंक फूड की स्थान साग, सब्जियां, फल आदि को शामिल करें.

हेड टेलीफोन पर गाना सुनना-
हेड टेलीफोन का यूज अधिक देर तक करने वाले लोगों को जानकर आश्चर्य हो सकती है कि तेज आवाज में हेड टेलीफोन पर गाना सुनने से या फिर 30 मिनट से अधिक देर तक इसका प्रयोग करने से कान के साथ ब्रेन के नर्व में भी समस्‍या पैदा होने लगती हैं. यही वजह है कि चिकित्सक भी हर समय हेडफोन का प्रयोग करने से बचने की राय देते हैं.

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