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करें कुछ इस तरह वाहन की पूजा, जानें विधि और मंत्र के बारे में…

धनतेरस-दिवाली के लिए गाड़ी निर्माता कंपनियों ने गाड़ियों की डिलीवरी प्रारम्भ कर दी है धनतेरस का पर्व दीपावली से दो दिन पहले कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है आज 10 नवंबर 2023 को पूरे राष्ट्र में धनतेरस मनाया जा रहा है हिंदुस्तान में धनतेरस के दिन सोना-चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, नयी कार और स्कूटर आदि को खरीदना शुभ माना जाता है इस दिन नयी वाहन खरीदने का विशेष महत्व है, लेकिन गाड़ी खरीदने के बाद इसकी पूजा करना उससे भी कहीं अधिक जरूरी है आइए, जानते हैं वाहनों के खरीदने का शुभ मुहुर्त, पूजा विधि और पूजा मंत्र के बारे में…

चर लग्न में गाड़ियों को खरीदें

धनतेरस के दिन गाड़ी को चर लग्न में खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है चर लग्न सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध और गुरु लग्न हैं इस दिन यानी 10 नवंबर को 2 बजकर 57 मिनट से 4 बजकर 35 मिनट तक और 10 बजे से 11 बजकर 58 मिनट तक चर लग्न है इसलिए इन समयों में नयी वाहन खरीदना शुभ होगा धनतेरस के दिन बन रहे शुभ मुहूर्त में ही खरीदारी करनी चाहिए, तभी इसके शुभ फल मिलेंगे इसलिए इन समयों में नयी वाहन खरीदने की योजना बनाएं धनतेरस के दिन खरीदी गई वाहन की पूजा जरूर करनी चाहिए इससे गाड़ी में लक्ष्मी का वास होता है और गाड़ी की चाल में तेजी आती है धनतेरस के दिन कार खरीदने के बाद उसमें पीला कपड़ा अवश्य बांधें पीला रंग शुभता और समृद्धि का प्रतीक है धनतेरस पर गाड़ी खरीदते समय याद रहे कि राहुकाल में कोई नया गाड़ी न खरीदें राहुकाल में खरीदी गई वाहन से हादसा या अन्य समस्याएं हो सकती हैं

वाहनों की पूजा करना क्यों है जरूरी

ज्योतिषाचार्य पंडित नागेंद्र पांडेय ने कहा कि यदि आप कोई नया गाड़ी खरीदते हैं, तो उसका पूजन अवश्य करना चाहिए नए गाड़ी के पूजन के बाद ही गाड़ी चलाना चाहिए यदि आप ऐसा करते हैं तो इसे शुभ माना जाता है गाड़ी की पूजा के लिए कर्पूर, नारियल, फूलमाला, जल का कलश, गुड़ या मिठाई, कलावा, सिंदूर घी मिश्रित सामग्री खरीद लें घर में नए गाड़ी के प्रवेश से पहले आम के पत्ते से तीन बार गंगा जल छिड़के यदि घर में गंगा जल नहीं है, तो ताजा जल का इस्तेमाल करें जल का छिड़काव करने के बाद गाड़ी पर सिंदूर और घी से स्वस्तिक बनाएं

वाहन की पूजा विधि और मंत्र

  • धनतेरस या दीपावली के दिन गाड़ी की पूजा घर की स्त्री अथवा किसी पुरोहित से कराना चाहिए
  • सबसे पहले अपने गाड़ी को अच्छे से धो लें और साफ जगह पर खड़ा करें
  • अब अपने गाड़ी पर चंदन अथवा घी मिश्रित सिंदूर से एक स्वस्तिक बनाएं
  • पूजा प्रारम्भ करने से पहले सबसे पहले 3 बार आचमन करें
  • आचमन के बाद हाथ में कुश, अक्षत, फूल और जल रखकर संकल्प लें
  • संकल्प लेते समय मंत्र में उस दिन की तिथि, वार, वर्ष, गोत्र, कुल और स्वयं के नाम का उच्चारण करें
  • भगवान गणेश का ध्यान करते हुए प्रार्थना कर उन्हें आह्वान करें और सबसे पहले उनकी पूजा करें
  • वाहन में ईश्वर हनुमान, मां काली का वास माना जाता है साथ ही गाड़ी पूजा के समय मां लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है
  • कुछ स्थानों पर गाड़ी पूजा के समय विश्वकर्मा जी की भी पूजा की जाती है
  • पूजन में सबसे पहले लोटे के जल से दूब या पान के पत्ते के द्वारा अपने गाड़ी के छींट दें और उसे पवित्र करें
  • इसके साथ ही ऊं महाकाली नमः, ऊं रामचंद्राय नमः और ऊं भैरवाय नमः मंत्र का उच्चारण करें
  • स्नान करवाने के बाद गाड़ी को तिलक लगाएं और ऊं महाकाली नमः, ऊं रामदूताय नमः और ऊं भैरवाय नमः का उच्चारण करते हुए चन्दनं समर्पयामि का भी उच्चारण करें
  • अब गाड़ी के स्वामी देवी देवताओं को अछत अर्पित करें
  • अक्षत अर्पित करने के बाद देवताओं को वस्त्र अर्पित करें
  • वस्त्र अर्पित करने के लिए अपने गाड़ी के हैंडल पर 7 बार लपेटते हुए मोली धागा बांध दें
  • मौली लपेटते हुए आप ईश्वर गणेश और अपने कुलदेवताओं को स्मरण करते रहें
  • अब अपने गाड़ी को पुष्पमाला अर्पित करें
  • पुष्पमाला को इस तरह बांधे की उससे आपको गाड़ी चलाने में किसी तरह की कोई कठिनाई ना हो
  • पुष्पमाला अर्पित करते समय आपको प्रथमपूज्य ईश्वर गणेश और घर के देवताओं का स्मरण करते रहें
  • पुष्पमाला के बाद सुगन्धित पुष्पों से अपने गाड़ी को समर्पित करें
  • अब आरती करने के लिए पूजा की थाली में धूप और दीपक प्रज्वलित कर लें
  • धूप में कर्पूर जलाकर अब आप आरती करें
  • आरती पूरी होने पर नैवैध के रूप में केला और निम्बू ईश्वर को अर्पित करें
  • निंबू अर्पित करने के लिए निंबू को खड़ा अपने गाड़ी के प्रथम टायर के आगे रखें और उसके आगे केला रखें
  • अब पीछे के टायर के आगे भी इसी तरह खड़ा निंबू रखें और उसके आगे केला रखें
  • वाहन को किसी की नजर बचाने के लिए नारियल की शिखा पर कर्पूर रखकर अपने गाड़ी के चारों ओर 7 बार घुमाएं
  • अब ईश्वर के नाम का स्मरण करते हुए गाड़ी के आगे नारियल फोड़ें
  • फोड़े गए नारियल के अंदर अच्छे से सिंदूर लगा लें
  • सिंदूर लगाने के बाद उसमें पिली सरसों डाल लें
  • अब इस नारियल को हाथ में लेकर 7 परिक्रमा करें
  • परिक्रमा करते समय ऊं महाकाली नमः, ऊं रामदूताय नमः और ऊं भैरवाय नमः मंत्र का उच्चारण करें
  • इसके बाद सभी देवताओं की प्रार्थना करें
  • अब आप अपने गाड़ी को चलाकर निंबू फोड़ें

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