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अशोक ने शुक्रवार को कहा कि श्री राम झूठे मामलों में कार सेवकों को गिरफ्तार करने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को…

बेंगलुरु, 5 जनवरी (आईएएनएस) कर्नाटक में विपक्ष के नेता (एलओपी) आर अशोक ने शुक्रवार को बोला कि ईश्वर श्री राम झूठे मामलों में कार सेवकों को अरैस्ट करने के लिए सीएम सिद्धारमैया को कभी माफ नहीं करेंगे

“सिद्धारमैया, आपने साफ रूप से असत्य कहा कि श्रीकांत पुजारी के विरुद्ध 16 मुद्दे हैं श्री राम तुम्हें कभी माफ नहीं करेंगे पुजारी के विरुद्ध 16 मामलों में से 15 खत्‍म हो चुका

उन्होंने बोला कि बाकी मुद्दा 1992 में उनके लापता होने का है

उन्होंने कहा,“केवल दो संभावनाएं हैं या तो सिद्धारमैया ने अपने प्रशासन पर नियंत्रण खो दिया है, जबकि अदृश्य हाथ उन्हें गुमराह कर रहे हैं या उन्होंने राम मंदिर के उद्घाटन के दौरान हिंदू कार्यकर्ताओं को उकसाने के लिए जानबूझकर मुद्दे को फिर से खोल दिया है

उन्होंने बोला कि यदि दोनों में से कोई भी दावा ठीक है तो सीएम ने राज्य का मुखिया बने रहने की नैतिकता खो दी है

उन्होंने सीएम से आग्रह किया,“अपनी गलतियों को स्वीकार करें, पुजारी को रिहा करें, लोगों से माफी मांगें और अपना त्याग-पत्र सौंपें राज्य की कानून प्रबंध बनाए रखने के लिए, एक कुशल सीएम के लिए रास्ता बनाएं

सिद्धारमैया ने इससे पहले श्रीकांत पुजारी को लेकर भाजपा पर निशाना साधा था उन्होंने बोला कि पुजारी – जिसने स्वयं को राम के भक्त और कार सेवक के रूप में प्रदर्शित किया था, वास्तव में कानून की नजर में एक सामाजिक दुराचारी है

मुख्यमंत्री ने बोला था,“पुजारी वह आदमी है जो अपनी आपराधिक गतिविधियों को बचाने के लिए धर्म को ढाल के रूप में इस्तेमाल करता है यदि ऐसे लोगों को अरैस्ट नहीं किया गया और उन्हें स्वतंत्र रूप से घूमने की अनुमति नहीं दी गई, तो ईश्वर राम भी हमें माफ नहीं कर सकते

सिद्धारमैया ने बोला कि बीजेपी नेता, जो गैरकानूनी शराब की बिक्री, जुआ और मटका सहित 16 असामाजिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों का सामना कर रहे एक आदमी के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं – को खुले तौर पर या सार्वजनिक रूप से उसके सभी आपराधिक कार्यों के लिए अपनी पार्टी के समर्थन की घोषणा करनी चाहिए या सार्वजनिक रूप से माफी मांगें और अपना विरोध वापस लें

मुख्यमंत्री ने बोला कि साल 2023 में, हुबली-धारवाड़ आयुक्तालय के अधिकार क्षेत्र के भीतर, मारिजुआना बिक्री, चोरी, जबरन वसूली, फर्जीवाड़ा और जुआ सहित अपराधों के संबंध में 36 लोगों को अरैस्ट किया गया था

मुख्यमंत्री ने बोला था,“पुजारी इस सूची में 32वें आदमी हैं क्या उन्हें केवल इसलिए रिहा कर दिया जाना चाहिए क्योंकि वह कार सेवक हैं या उन्हें संदिग्ध होने के कारण अरैस्ट कर लिया जाना चाहिए? बीजेपी का विरोध हमारी गवर्नमेंट के विरुद्ध नहीं है, बल्कि राष्ट्र के कानून और संविधान के विरुद्ध है

उन्होंने बोला कि आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोग धर्म के रक्षक होने का दावा करते हैं और मर्डर और जबरन वसूली में शामिल होते हैं सीएम ने पूछा, “क्या भाजपा नेता भी उनका समर्थन करेंगे?”

उन्होंने बोला कि राम मंदिर के उद्घाटन के दौरान पुजारी की गिरफ्तारी महज एक संयोग है

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