आज पीएम मोदी अबूधाबी के पहले हिंदू मंदिर का करेंगे लोकार्पण
नई दिल्ली: जहां आज पीएम मोदी (PM Narendra Modi) का UAE के दो दिवसीय दौरे का आज दूसरा दिन है। वहीं वे आज यानी बुधवार को राजस्थान के खास गुलाबी बलुआ पत्थरों से निर्मित अबूधाबी के पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे। यह ख़ास मंदिर UAE की राजधानी अबू धाबी में ‘अल वाकबा’ नाम की स्थान पर बनाया गया है। यह धर्म स्थल 20,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।
आज UAE का पहला हिंदू मंदिर भले ही 2023 में बनकर तैयार हुआ, लेकिन इसकी कल्पना करीब ढाई दशक पहले 1997 में BAPS संस्था के तत्कालीन प्रमुख स्वामी महाराज ने की थी।
जानकारी दें कि यह मंदिर अपनी भव्यता से पूरे विश्व के लोगों को आकर्षित कर रहा है। 27 एकड़ में बना यह बहुत बढ़िया 108 फुट ऊंचा मंदिर वास्तुशिल्प का बेहतरीन करिश्मा बताया जा रहा है। मंदिर प्रबंधन के अनुसार मंदिर के दोनों किनारों पर गंगा और यमुना नदी का पवित्र जल बहता है, जो विशाल कंटेनरों में हिंदुस्तान से लाया गया था।
यह है मंदिर की खूबी
इस ख़ास और बहुत बढ़िया मंदिर का निर्माण कराने वाली बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के प्रमुख स्वामी ब्रह्मविहरिदास ने बीते मंगलवार को कहा था कि मंदिर के हर कोने में जैसे थोड़ा-थोडा सा हिंदुस्तान बसा हुआ है। यहां लोगों को वाराणसी के घाटों की भी झलक मिलेगी। अबू धाबी में बना हिंदू मंदिर 108 फीट है। इसमें 40,000 क्यूबिक फीट संगमरमर, 1,80,000 क्यूबिक फीट बलुआ पत्थर, 18,00,000 ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। मंदिर में 300 सेंसर भी लगे हुए हैं।
जहां तक लकीर खिचीं, वह पूरी स्थान मंदिर की
जानकारी दें कि बीते मंगलवार को पीएम मोदी ने द्विपक्षीय बैठक और अहलान मोदी कार्यक्रम में UAE में BAPS मंदिर निर्माण के लिए भी राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद का आभार जताया था। उन्होंने बोला था कि, बीते 7 महीने में जायद के साथ मेरी 5वीं मुलाकात है। मैं जब भी यहां आता हूं, तो ऐसा महसूस होता है, जैसे अपने परिवार के बीच हूं। उन्होंने यह भी खुलासा किया, मैंने सामान्य रूप से राष्ट्रपति से इस मंदिर के लिए आग्रह किया था। आपने बिना देर किए कहा, जहां तक लकीर खींच देंगे, वह स्थान मंदिर के लिए मिल जाएगी। यह हिंदुस्तान के प्रति आपके प्यार का अनुपम उदाहरण है।