इंफाल में सुरक्षा बलों और महिला प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव
कुछ स्त्री संगठनों ने “पुलिस की मनमानी” के
विरोध में और 13 फरवरी को इंफाल पूर्वी जिले में मणिपुर राइफल्स के शिविरों
से हथियार लूटने के मुद्दे में अरैस्ट किए गए छह लोगों की रिहाई की मांग
को लेकर बुधवार को मणिपुर के पांच घाटी जिलों में बंद का आह्वान किया है।
मंगलवार
को इंफाल में सुरक्षा बलों और स्त्री प्रदर्शनकारियों के बीच विवाद हुआ,
जिसके बाद पुलिस को विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए आंसूगैस के गोले दागने
पड़े।
मारपीट में दो महिलाएं घायल हो गईं।
महिला प्रदर्शनकारी
उन छह लोगों की रिहाई की मांग कर रही थीं, जिन्हें मणिपुर राइफल्स के
शिविरों पर भीड़ के हमले और हथियार लूट के मुद्दे में अरैस्ट किया गया था।घाटी के पांच जिलों – बिष्णुपुर, काकचिंग, थौबल, इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व में बुधवार को 24 घंटे का बंद बुलाया गया है।13
फरवरी को भीड़ ने मणिपुर राइफल्स के दो शिविरों पर धावा किया और पुलिस
गोलीबारी में एक आदमी की मृत्यु हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। जिस
व्यक्ति की मृत्यु हुई, उसने कथित तौर पर मणिपुर राइफल्स के एक कैंप में
जबरदस्ती घुसने की प्रयास की थी।मणिपुर पुलिस ने 14 फरवरी को छह
लोगों को अरैस्ट किया था। उसी दिन कर्तव्यों में ढिलाई के कारण सात
पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा, चार इंसास राइफलें,
एक एके घटक, एसएलआर की दो मैगजीन और 9 मिमी गोला-बारूद के 16 छोटे बक्से
सुरक्षा बलों से लूटे गए थे।मणिपुर गवर्नमेंट ने सुरक्षा बलों के शिविर से हथियारों की लूट की मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए हैं।