किसान आंदोलन को लेकर पुलिस प्रशासन बना मुस्तेद
Farmer Protest: बहरोड़ जिले के हरियाणा बॉर्डर शाहजहांपुर में किसान आंदोलन को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तेद बना हुआ है। यहां पुलिस का जाब्ता तैनात है। वहीं पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा ने भी मौके पर पहुंचकर बॉर्डर पर होने वाली एक्टिविटी को लेकर सही लिया है।हालांकि अभी यहां किसान नहीं हैं। लेकिन पिछली बार कांग्रेस पार्टी गवर्नमेंट में बॉर्डर पर ही सबसे लंबा आंदोलन चला था।
ईएसपीएन ऑफिसरों को निर्देश दिया कि आज और कल 13 फरवरी को यहां पुलिस का जाता बड़ी मात्रा में लगाया जाए किसानों के आवागमन और हर एक्टिविटी पर नजर रखी जाए। यदि किसान दिल्ली के लिए जाते हैं, तो उन्हें रोका जाए। एसपी के साथ नीमराना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगराम मीणा, बहरोड डीएसपी तेज पाठक, शाहजहांपुर थाना अधिकारी रामकिशोर शर्मा उपस्थित रहे।
डीएसपी पाठक ने कहा कि बहरोड के मांढण में हरियाणा बॉर्डर पर 12 पुलिस कर्मियों का जाब्ता लगाया गया है, जबकि शाहजहांपुर बॉर्डर 30 जवानों ओर ऑफिसरों के साथ जाब्ता तैनात किया गया है। यहां शाहजहांपुर थानाधिकारी रामकिशोर शर्मा मॉनिटरिंग करेंगे।
बहरोड पंचायत समिति के पूर्व प्रधान और भारतीय किसान यूनियन जिला अध्यक्ष नंदराम ओला ने बोला कि अभी हाईवे पर धरना देने जैसी कोई तैयारी नहीं है। आज दिल्ली जाने का कार्यक्रम भी नहीं है। हालांकि दो-तीन दिन बाद दिल्ली जाएंगे।
अब किसानों ने एक बार फिर दिल्ली घेराव की तैयारी कर ली है। पंजाब-हरियाणा के साथ ही राजस्थान के किसान भी दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे हैं। किसानों ने इसे ”चलो दिल्ली मार्च का नाम दिया है, लेकिन इसे किसान आंदोलन भी बोला जा रहा है। इस किसान आंदोलन का पैटर्न 2020-2021 में हुए किसान आंदोलन से काफी मिलता जुलता हो सकता है। पिछली बार की तरह ही भिन्न-भिन्न राज्यों से किसान इस आंदोलन में शामिल होने वाले हैं।