गोपालगंज में 15 दिवसीय स्वदेशी प्रदर्शनी मेले का हुआ आगाज
स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए केंद्र से लेकर राज्य गवर्नमेंट तक लगातार कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में गोपालगंज जिला के मिंज स्टेडियम में स्वदेशी परिधानों को बढ़ावा देने के लिए 15 दिवसीय स्वदेशी प्रदर्शनी मेला का आयोजन किया जा रहा है, जिसे गोपालगंज महोत्सव का नाम दिया गया है। यह मेला 17 फरवरी तक चलेगा, जिसमें क्षेत्रीय से लेकर विभिन्न राज्यों के लोकल उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए स्टॉल लगाया गया है। प्रदर्शनी मेले में क्षेत्रीय उद्यमियों ने अपने उत्पादों को प्रदर्शित किया और स्वदेशी बाजार को पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया। इस प्रदर्शनी मेले के जरिए क्षेत्रीय लोगों को साथ लाने में कामयाबी हासिल की।
30 प्रतिशत डिस्काउंट पर मिल रहा है स्वदेशी प्रोडक्ट
मेले के सचिव दुर्गेश ने कहा कि यहां 20 से 22 राज्यों के उद्यमियों ने अपने वस्त्र का स्टॉल लगाया है। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में देहरादून, कश्मीर तथा लुधियाना से भी व्यवसायी शामिल हुए हैं। यहां खादी को बढ़ावा देने का भी कोशिश किया जा रहा है। लोगों की सोच होती है कि खादी का कपड़ा मंहगा होता है, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। यहां आप 30 फीसदी तक के डिस्काउंट पर मनपसंद कपड़े के साथ खाने-पीने के अतिरिक्त बेहतर फर्नीचर की खरीदारी कर सकते हैं। इस प्रदर्शनी मेले के जरिए पुराने उत्पाद को पुनर्जीवित किया जा रहा है।
स्वदेशी प्रोडक्ट में खादी को दिया जा रहा बढ़ावा
दुर्गेश कुमार ने कहा कि इस मेले में सबसे बेहतर उत्पाद खादी है। खादी को बढ़ावा देने का कोशिश है, जिससे ‘स्वदेशी अपनाओ और राष्ट्र बचाओ’ के अनुसार हर घर तक खादी पहुंच जाए। देशी उत्पाद विदेश से आ रहा है, लेकिन इस चलन को बदलने की आवश्यकता है। खादी देशी प्रोडक्ट रहने के बावजूद इसकी बिक्री राष्ट्र में ही कम हो गई है। इस परिपाटी को बदलने की जरुरत है। औनलाइन खरीदारी के बढ़ते चलन के चलते खादी का कारोबार लगातार दम तोड़ते जा रहा है। गोपालगंज में लगे प्रदर्शनी मेले में केवल स्वदेशी उत्पाद ही आपको मिलेगा। देशभर में सहारनपुर का फर्नीचर प्रसिद्ध है और यहां उनका भी स्टॉल लगा है। इसके अतिरिक्त कश्मीरी प्रोडक्ट के भी कई स्टॉल लगाए गए हैं।