राष्ट्रीय

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर 22 जनवरी को स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम के मद्देनजर 22 जनवरी को राज्य भर के सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित करने के निर्देश दिए हैंमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी बोला है कि इस दिन राज्य में शराब की दुकानें बंद रहेंगी
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम मंदिर की
प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं अयोध्या में
सात दिनों तक वृहद स्तर पर अनुष्ठान प्रक्रिया चलेगा, जिसकी आरंभ 16
जनवरी से होगी

22 जनवरी को श्रीरामलला के विग्रह की प्राण
प्रतिष्ठा होगी 22 जनवरी को पीएम मोदी के करकमलों से
श्रीराम अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे कार्यक्रम के मद्देनजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अयोध्या दौरा कर रहे हैं 2 दिसंबर और 21
दिसंबर को अयोध्या पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार राम मंदिर
निर्माण कार्य का अपडेट ले रहे हैं

इस कार्यक्रम में देश-विदेश से
काफी संख्या में आगंतुक मौजूद रहेंगे ट्रस्ट द्वारा मिली जानकारी के
अनुसार सात दिवसीय अनुष्ठान कार्यक्रम में 16 जनवरी को मंदिर ट्रस्ट की ओर
से नियुक्त यजमान द्वारा प्रायश्चित, सरयू नदी के तट पर दशविध स्नान,
विष्णु पूजन और गोदान होगा 17 जनवरी को रामलला की मूर्ति के साथ
शोभायात्रा अयोध्या भ्रमण करेगी, मंगल कलश में सरयू का जल लेकर श्रद्धालु
मंदिर पहुंचेंगे

18 जनवरी को गणेश अंबिका पूजन, वरुण पूजन, मातृका
पूजन, ब्राह्मण वरण, वास्तु पूजन आदि से वकायदा अनुष्ठान शुरुआत होगा 19
जनवरी को अग्नि स्थापना, नवग्रह स्थापना और हवन फिर 20 जनवरी को मंदिर के
गर्भगृह को सरयू के पवित्र जल से धोने के बाद वास्तु शांति और अन्नाधिवास
होगा

21 जनवरी को 125 कलशों से दिव्य स्नान के बाद शैयाधिवास कराया
जाएगा 22 जनवरी को सुबह पूजन के बाद मध्यान्ह काल में मृगशिरा नक्षत्र
में रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा होगी

अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की विशेषताएं:

1. मंदिर परम्परागत नागर शैली में बनाया जा रहा है

2. मंदिर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट तथा ऊंचाई 161 फीट रहेगी

3. मंदिर तीन मंजिला रहेगा प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट रहेगी मंदिर में कुल 392 खंभे और 44 द्वार होंगे

4. मुख्य गर्भगृह में प्रभु श्रीराम का बालरूप (श्रीरामलला गवर्नमेंट का विग्रह), तथा प्रथम तल पर श्रीराम दरबार होगा

5. मंदिर में 5 मंडप होंगे: नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप

6. खंभों और दीवारों में देवी देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियां उकेरी जा रही हैं

7. मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से, 32 सीढ़ियां चढ़कर सिंहद्वार से होगा

8. दिव्यांगजन एवं वृद्धों के लिए मंदिर में रैम्प और लिफ्ट की प्रबंध रहेगी

9. मंदिर के चारों ओर चारों ओर आयताकार परकोटा रहेगा चारों दिशाओं में इसकी कुल लंबाई 732 मीटर तथा चौड़ाई 14 फीट होगी

10.
परकोटा के चारों कोनों पर सूर्यदेव, मां भगवती, गणपति और ईश्वर शिव को
समर्पित चार मंदिरों का निर्माण होगा उत्तरी भुजा में मां अन्नपूर्णा, व
दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर रहेगा

11. मंदिर के नजदीक पौराणिक काल का सीताकूप विद्यमान रहेगा

12.
मंदिर परिसर में प्रस्तावित अन्य मंदिर- महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ,
महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, माता शबरी और ऋषिपत्नी देवी
अहिल्या को समर्पित होंगे

13. दक्षिण पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर
टीला पर ईश्वर शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णो‌द्धार किया गया है एवं तथा
वहां जटायु प्रतिमा की स्थापना की गई है

14. मंदिर में लोहे का प्रयोग नहीं होगा धरती के ऊपर बिलकुल भी कंक्रीट नहीं है

15. मंदिर के नीचे 14 मीटर मोटी रोलर कॉम्पेक्टेड कंक्रीट (RCC) बिछाई गई है इसे कृत्रिम चट्टान का रूप दिया गया है

16. मंदिर को धरती की नमी से बचाने के लिए 21 फीट ऊंची प्लिंथ ग्रेनाइट से बनाई गई है

17.
मंदिर परिसर में स्वतंत्र रूप से सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, वॉटर ट्रीटमेंट
प्लांट, अग्निशमन के लिए जल प्रबंध तथा स्वतंत्र पॉवर स्टेशन का निर्माण
किया गया है, ताकि बाहरी संसाधनों पर न्यूनतम निर्भरता रहे

18. 25
हजार क्षमता वाले एक दर्शनार्थी सुविधा केंद्र (Pilgrims Facility Centre)
का निर्माण किया जा रहा है, जहां दर्शनार्थियों का सामान रखने के लिए लॉकर व
चिकित्सा की सुविधा रहेगी

19. मंदिर परिसर में स्नानागार, शौचालय, वॉश बेसिन, ओपन टैप्स आदि की सुविधा भी रहेगी

20.
मंदिर का निर्माण पूर्णतया भारतीय परम्परानुसार और स्वदेशी तकनीक से किया
जा रहा है पर्यावरण-जल संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है कुल 70
एकड़ क्षेत्र में 70% क्षेत्र सदा हरित रहेगा

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