मेडिवेज फाउंडेशन ने एक विशेष सेमिनार में मोदी सरकार के स्वास्थ्य क्षेत्र में दस साल की उपलब्धियों पर की चर्चा
विशेषज्ञों ने बोला कि अभी गवर्नमेंट के स्तर पर जितना काम करने की आवश्यकता है, उससे अधिक आवश्यकता गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा लोगों में जनजागरण पैदा करने की है. इस काम में मेडिवेज प्लस फाउंडेशन जैसी संस्थाएं जरूरी किरदार निभा सकती हैं. इस सेमिनार में राष्ट्र के जाने-माने स्वास्थ्य जानकारों ने भाग लिया. इसमें राज्यसभा सांसद और बीजेपी के सह कोषाध्यक्ष नरेश बंसल, राष्ट्र के दिल बीमारी जानकार पद्मश्री डाक्टर के.के तलवार, प्रसिद्ध कैंसर बीमारी जानकार डाक्टर मीनू वालिया, एसोसिएट्स ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स के डायरेक्टर जनरल डाक्टर गिरधर ज्ञानी, जीएलए के प्रो. चांसलर प्रो. दुर्ग सिंह चौहान, डॉ हरसिंह गौर यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ नीलम गुप्ता, किडनी बीमारी जानकार डॉ नेहा सिंह जाधव प्रमुख तौर पर उपस्थित थे.
मेडिवेज फाउंडेशन दिल्ली के ही दो नौजवान बृजेश श्रीवास्तव और अनुराग श्रीवास्तव द्वारा प्रारम्भ किया गया कोशिश है. यह फाउंडेशन मुख्य रूप से गरीब स्त्रियों के बीच हेल्थ अवेयरनेस का काम करता है.