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राजस्थान रोडवेज में 100 दिन की कार्य योजना हुई निर्धारित

Rajasthan Roadways: राजस्थान रोडवेज में 100 दिन की कार्य योजना निर्धारित कर ली गई हैडिप्टी मुख्यमंत्री डॉप्रेमचंद बैरवा ने रोडवेज अफसरों को 100 दिन की अवधि में कार्य योजना पूरा करने के निर्देश दिए गए हैंइसमें बड़ी बात यह है कि रोडवेज में 76 लग्जरी बसें और 400 एक्सप्रेस बसें अनुबंध पर ली जाएंगीएक

पिछले दिनों जब राज्य गवर्नमेंट ने नए टेंडर करने और पुराने चल रही टेंडर प्रक्रिया को स्थगित करने के निर्देश दिए थे तो राजस्थान रोडवेज प्रशासन के सामने कठिनाई बढ़ गई थीदरअसल रोडवेज में एक तरफ बसों की संख्या लगातार कम होती जा रही है,वहीं नयी बसों की खरीद भी नहीं हो पा रही है

ऐसे में बसें अनुबंध पर लेने के अतिरिक्त रोडवेज प्रशासन के पास कोई विकल्प नहीं बचा है इसे अब राज्य गवर्नमेंट ने 100 दिन की कार्य योजना में भी शामिल कर लिया है दरअसल 400 एक्सप्रेस बसें और 76 लग्जरी बसें अनुबंध पर लेने की प्रक्रिया आचार संहिता से पहले से जारी है

इसे देखते हुए रोडवेज प्रशासन ने दिसंबर माह के दूसरे हफ्ते में बसों का अनुबंध करने की तैयारी कर ली थीलेकिन राज्य गवर्नमेंट की रोक के चलते यह प्रक्रिया रुक गई थीलेकिन अब वैसे गवर्नमेंट ने इसे 100 दिन की कार्य योजना में शामिल कर लिया है,ऐसे में रोडवेज प्रशासन जल्द से जल्द बसों को अनुबंध पर लेने की कवायद में जुट गया है

100 दिन की कार्य योजना में रोडवेज के 3 कार्य

– पहला कार्य- 76 लग्जरी श्रेणी की बसें अनुबंध पर ली जाएंगी
– इनमें से 60 बसों को 17.40 रुपए प्रति किमी की रेट से लिया जाएगा
– 60 बसों को अनुबंध पर लेने के लिए निजी फर्मों को LOI जारी किया गया
– ये बसें 2 बाय 2 आकृति की 40 सीट क्षमता की लग्जरी बस होंगी
– ऐसे में दिल्ली रूट पर बीएस-6 श्रेणी की पर्याप्त बसें चल सकेंगी
– अन्य 16 बसें लेने के लिए भी रोडवेज प्रशासन प्रक्रिया में जुटा हुआ
– दूसरा कार्य- 400 एक्सप्रेस बसें अनुबंध पर ली जाएंगी
– इनमें निजी बस संचालकों ने 10 रुपए से लेकर 14 रुपए की दर कोट की
भिन्न-भिन्न डिपो के लिए विभिन्न दरों पर कंपनियों ने प्रस्ताव दिए
– रोडवेज प्रशासन को 400 बसों के लिए करीब 1200 बसों के प्रस्ताव मिले

बसें अनुबंध पर लेने में रोडवेज प्रशासन ने निर्धारित टर्म्स एंड कंडीशन तय की हुई हैं दरअसल बसें और बस के लिए ड्राइवर निजी कंपनी के होते हैं जबकि बस में चलने वाला परिचालक और बस में खर्च होने वाला डीजल-टोल टैक्स राशि रोडवेज प्रशासन के होते हैं इस आधार पर निजी कंपनी को प्रति किमी के हिसाब से भुगतान किया जाता है

लग्जरी बसों के लिए यह रेट 17 रुपए 40 पैसे प्रति किलोमीटर होती है वहीं, एक्सप्रेस बसों के लिए संबंधित डिपो की स्थिति, दूरी और अन्य कारकों से रेट 9 रुपए प्रति किमी से लेकर 15 रुपए प्रति किमी तक होती है

100 दिन की कार्य योजना का तीसरा कार्य

– 15 दिन के लिए संयुक्त चैकिंग अभियान चलाया जाएगा
– रोडवेज, परिवहन विभाग और पुलिस की ओर से संयुक्त अभियान
गैरकानूनी बसों का संचालन रोकने की होगी कवायद
– रोडवेज का राजस्व बढ़ेगा, गैरकानूनी बस संचालन रुकेगा

अब रोडवेज प्रशासन ने बसें अनुबंध पर लेने की कवायद तय कर ली है.76 बसों को अनुबंध पर लेने की प्रक्रिया हो चुकी हैये सभी 476 बसें रोडवेज प्रशासन को 4 माह की अवधि में मिल सकेंगीऐसे में एक तरफ जहां रोडवेज के बेड़े में बसों की संख्या बढ़ जाएगीवहीं, दिल्ली रूट पर भी पर्याप्त संख्या में बीएस-6 श्रेणी की बसें चलाई जा सकेंगी

 

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