प्रयागराज जिले में एक दहला देने वाली घटना, जानें घटना की पूरी जानकारी
प्रयागराज जिले के पीपल गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक पुरुष को रात के खाने के निमंत्रण के बहाने फुसलाकर गोली मार दी गई। पीड़ित की पहचान कुणाल भारतीय के रूप में हुई, उसे हॉस्पिटल ले जाया गया और पुलिस ने गोलीबारी में शामिल दो संदिग्धों को तुरंत पकड़ लिया।
परेशान करने वाली घटना
रविवार की शाम बहरिया के तुलाईपुर के पास एक पुरुष सड़क पर निकला और सिर से खून बहता हुआ सहायता के लिए चिल्ला रहा था। हवाईअड्डा क्षेत्र के पास पीपल गांव के निवासी कुणाल भारतीय के रूप में पहचाने जाने वाले ने गोली मारे जाने की भयावह कहानी सुनाई। तुरंत एंबुलेंस बुलाई गई और उसे एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
दोस्त बन गया दुश्मन
कुणाल के मुताबिक, धूमनगंज के उमरपुर नीवां के रहने वाले उसके दोस्त रवि पासी ने उसे 12 नवंबर दीपावली की शाम मिलने के लिए बुलाया था। जश्न के बहाने रवि उसे अभिषेक कुमार के साथ बहरिया के तुलाईपुर ले गया। हालाँकि, स्थिति तब खराब हो गई जब रवि ने कुणाल का मोबाइल टेलीफोन छीन लिया, जिससे विवाद हुआ और अंततः एक हिंसक धावा हुआ।
हत्या का प्रयास
हाथापाई के बीच, रवि ने कथित तौर पर कुणाल पर गोली चला दी, जिससे वह घायल हो गया। गोली कुणाल के सिर में लगी, जिससे वह भाग गया और सड़क पर सहायता मांगी, जहां उसने शोर मचाया। भीड़ जमा होने पर एक एम्बुलेंस ने कुणाल को हॉस्पिटल पहुंचाया। बहरिया पुलिस ने कुणाल का बयान दर्ज किया और रवि पासी, अभिषेक कुमार और तीन अन्य के विरुद्ध मुद्दा दर्ज किया।
पुलिस त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने बिना समय बर्बाद किए रवि पासी और अरविंद सिंह को गोलीबारी के मुद्दे में अरैस्ट कर लिया। जांच में गैरकानूनी संबंध के शक में निहित संभावित मकसद का पता चला। रवि पासी, जो कुछ महीनों तक कारावास में बंद था, ने कथित तौर पर रवि की अनुपस्थिति के दौरान एक स्त्री के साथ अपनी नयी निकटता के कारण कुणाल को समाप्त करने की षड्यंत्र रची।
साजिश का पर्दाफाश
बहरिया पुलिस प्रमुख योगेन्द्र प्रसाद पटेल ने खुलासा किया कि जेल के दौरान रवि की दोस्ती आपराधिक गतिविधियों के इतिहास वाले कैदी सुधीर से हुई। फिलहाल कारावास में बंद सुधीर, रवि और उसके साथियों अरविंद और धनंजय के बीच की कड़ी बन गया। रवि ने कुणाल की मर्डर की षड्यंत्र रचने के लिए उनसे सहायता मांगी, लेकिन कुणाल के भागने और पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया से उनकी योजना विफल हो गई। एक जरूरी घटनाक्रम में, रवि और अरविंद को मर्डर के कोशिश के इल्जाम में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस इस खौफनाक षड्यंत्र में शामिल बाकी संदिग्धों का पता लगाने के अपने कोशिश जारी रखे हुए है। यह परेशान करने वाली घटना पर्सनल संबंधों की कमज़ोरी और ईर्ष्या और शक से उत्पन्न अत्याचार की आसार को खुलासा करती है। अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने में कुशल कानून प्रवर्तन के महत्व को रेखांकित करती है।