लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश,आतंकवादियों के दो मददगारों को किया गिरफ्तार
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए आतंकियों के दो मददगारों को अरैस्ट किया गया है। पुलिस के अनुसार आतंकवादियों के सहयोगियों के पास से हथियार एवं चीनी ग्रेनेड बरामद किए गए हैं। अनंतनाग आतंकी और सेना के बीच एनकाउंटर के बाद घाटी में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बोला कि उत्तर कश्मीर के बारामूला में उरी क्षेत्र में लश्कर के दो आतंकवादी सहयोगियों को अरैस्ट किया गया है। उन्होंने दोनों की पहचान मीर साहिब बारामूला निवासी जैद हसन मल्ला और स्टेडियम कॉलोनी बारामूला के मोहम्मद आरिफ चन्ना के रूप में की है। प्रवक्ता ने बोला कि उनकी तलाशी के दौरान दो ग्लॉक पिस्तौल, दो मैगजीन, पिस्तौल के दो साइलेंसर, पांच चीनी ग्रेनेड तथा 28 कारतूस बरामद किये गये।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वे पाक में बसे आतंकवादी आकाओं के कहने पर हथियारों तथा गोला बारूद की सीमापार स्मग्लिंग करने और इन्हें आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए लश्कर आतंकियों को पहुंचाने में शामिल थे।’’ उन्होंने बोला कि अवैध गतिविधि रोकथाम अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के अनुसार मुद्दा दर्ज किया गया है और आगे जांच जारी है।
आतंकियों को चीनी हथियार उपलब्ध करा रही है ISI
आईएसआई के ट्रायंगल प्लान के अनुसार चीन में आतंकवादियों की आवश्यकता के अनुसार हथियार तैयार करवाए जाते हैं और उन्हें पाक पहुंचाया जाता है, फिर ये हथियार पहुंचते हैं कश्मीर। घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों को चीनी हथियार जैसे कि पिस्टल, ग्रेनेड और नाईट विज़न डिवाइस दिए जा रहे हैं। साथ ही चीनी ड्रोन्स के जरिये भारतीय इलाकों में आतंकवादियों की सहायता के लिए हथियार सप्लाई करने की षड्यंत्र भी हो रही है। आतंकवादियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने के लिए खास ढंग के डिजिटल मैप शीट दिए जा रहे हैं, जिसमें नेविगेशन सिस्टम से घुसपैठ कराने की साज़िश रची जा रही है।