सांसद प्रताप सिन्हा के पास से संसद में घुसा था आरोपी सागर,जाने कौन हैं सांसद प्रताप सिन्हा…
र्शक दीर्घा से संसद के अंदर कूदने वाले एक आरोपी की पहचान मनोरंजन के रूप में हुई, जबकि दूसरे की पहचान सागर शर्मा के रूप में हुई है। सागर शर्मा की पहचान उसके विजिटर पास के जरिए हुई। जबकि संसद भवन के बाहर से हिरासत में लिए गए दो लोगों की पहचान नीलम (42) और अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है। नीलम हरियाणा के हिसार की निवासी है वहीं शिंदे महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है।
सांसद प्रताप सिन्हा के पास से संसद में घुसा था आरोपी सागर
बताया जा रहा है कि जिस विजिटर पास के जरिए सागर शर्मा संसद में प्रवेश किया था, उसे भाजपा के सांसद प्रताप सिन्हा ने जारी किया था। सांसद दानिश अली ने बताया, संसद भवन के अंदर जब आरोपी को पकड़ा गया, तो उसके पास से विजिटर पाय निकाला। उसके देखने से पता चला कि उसका नाम सागर है और वह मैसूर के सांसद प्रताप सिन्हा के मेहमान के तौर पर आया था।
कौन हैं सांसद प्रताप सिन्हा
संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक के मुद्दे पर कई सांसदों ने आश्चर्य जताया है। उनका मानना है कि सदन में प्रवेश के लिए पांच लेवल की सुरक्षा से गुजरना पड़ता है। जबकि विजिटर गैलरी में प्रवेश के लिए एक सांसद के पास की आवश्यकता होती है। कहा जा रहा है संसद में प्रवेश करने वाले सभी चार आरोपियों को सांसद प्रताप सिन्हा के कार्यालय से ही विजिटर पास जारी किया गया था। दरअसल प्रताप सिन्हा मैसूर से भाजपा की टिकट से 2014 और 2019 में चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। प्रताप सिन्हा ने पीएम मोदी की जीवनी भी लिखी है।
सांसदों के PA के पास होंगे रद्द, दर्शक दीर्घा और एंट्री पास बनाने पर भी रोक
संसद की सुरक्षा में चूक को गंभीरता के साथ लेते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों के पीए के पास रद्द करने का आदेश दिया। इसके अतिरिक्त उन्होंने दर्शक दीर्घा और एंट्री पास बनाने पर रोक का भी आदेश दे दिया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, आज जो घटना हुई वह हम सभी के लिए चिंता का विषय है और गंभीर भी है। इसकी उच्च स्तरीय जांच की जा रही है और उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। एक व्यापक समीक्षा की जाएगी।
क्या हुआ था?
दरअसल बुधवार को दोपहर लोकसभा की कार्यवाही चल रही थी। शुन्यकाल के दौरान दो लोग दर्शक दीर्घा से संसद के अंदर कूद गए। फिर आरोपी सागर शर्मा डेस्क के ऊपर कूदते हुए स्पीकर की कुर्सी की ओर बढ़ने लगता है। जबकि दूसरा आरोपी अपने जुते से स्मोक क्रैकर निकालकर संसद भवन के अंदर धूंआ फैलाना प्रारम्भ कर दिया। इसी बीच वहां उपस्थित सांसदों ने आरोपियों को पकड़ लिया।
नई संसद की सुरक्षा में सेंध के पीछे साजिश, गुरुग्राम में हुई थी प्लानिंग
बताया जा रहा है कि 6 आरोपियों ने संसद अटैक की बरसी के दिन बवाल करने की पूरी प्लानिंग की थी। सुरक्षा में चूक के तार उत्तर प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक और महाराष्ट्र से जुड़े बताए जा रहे हैं। आरोपी गुरुग्राम में ललित झा नाम के शख्स के पास रुके थे और पूरी तैयारी की थी।
साजिश में शामिल दो लोग अब भी फरार
साजिश रचने वाले 6 आरोपियों में दो अब भी फरार हैं। पुलिस दोनों की तलाश के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने पांच लोगों की पहचान कर ली है। दो लोगों को सदन के अंदर से और दो को संसद के बाहर से अरैस्ट किया गया है।
15 दिन पहले सुरक्षा एजेंसियों को मिली थी इनपुट
खबर ये भी आ रही है कि संसद के बाहर हंगामे का इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को 15 दिन पहले ही मिल चुकी थी। इनपुट में कहा गया था कि 13 दिसंबर को संसद के इर्द-गिर्द बवाल हो सकता है।