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शिमला में बारिश-बर्फ़बारी के बाद भूस्खलन की घटना आई सामने, बाल-बाल बचे लोग

शिमला, 06 फरवरी (हि) राजधानी शिमला में बारिश-बर्फ़बारी के बाद भूस्खलन की घटना सामने आई है एक स्टोन क्रशर के शेल्टर पर पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ इस शेल्टर में सो रहे बिहार के दो मजदूर भूस्खलन से दब गए और इनकी मृत्यु हो गई दोनों श्रमिकों के मृतशरीर निकाल लिए गए हैं इस हादसे में वहां उपस्थित पांच अन्य मजदूर बाल-बाल बच गए मृतकों की पहचान 31 वर्षीय राकेश पुत्र राम बिलास और 40 वर्षीय राजेश पुत्र जोगिंदर राम के रूप में हुई है दोनों बिहार के समस्तीपुर जिला के गोरायें गांव के रहने वाले थे

घटना छोटा शिमला थाना के भीतर अश्वनि-जुन्गा मार्ग के नजदीक अश्वनि खड्ड में लगे स्टोन क्रशर के पास सामने आई

पुलिस के अनुसार क्रशर की लेबर के लिए एक शेल्टर बनाया गया था वहां सात मजदूर रह रहे थे पहाड़ी से भारी लैंडस्लाइड आया और शेल्टर को तबाह कर दिया करीब मंगलवार सुबह तडके चार बजे हुए इस लैंडस्लाइड से हड़कम्प मच गया शेल्टर पर भारी भरकम चट्टाने गिरने से श्रमिकों को मौके से भागने का समय नहीं मिला, जिससे दो मजदूर भारी-भरकम पत्थरों की चपेट में आकर दब गए वहीं पांच अन्य श्रमिकों ने भागकर जान बचाई हादसे के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और राहत और बचाव कार्य प्रारम्भ किया

एसपी शिमला संजीव गांधी ने मंगलवार को कहा कि दो श्रमिकों की दबने से मृत्यु हुई है पांच को बचा लिया गया है मृतक श्रमिकों की पहचान कर ली गई है इनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है प्रथम दृष्टतया यह लैंडस्लाइड के कारण दुर्घटना सामने आया है औऱ इसकी जांच की जा रही है

दो सप्ताह पहले हाइवे किनारे ध्वस्त हुआ था पांच मंजिला मकान

शिमला में दो सप्ताह में भूस्खलन की यह दूसरी बड़ी घटना है बीते 20 जनवरी को शिमला के ग्रामीण क्षेत्र की ग्राम पंचायत घंडल के पास नेशनल हाईवे पर एक पांच मंजिला मकान अचानक जमींदोज हो गया था हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था दरअसल डिग्री कॉलेज 16 मिल के पास नेशनल हाईवे पर प्लॉट काटे जा रहे हैं इस वजह से वहां सड़क और घरों में दरारें बन रही है इस भवन के धराशायी होने से धामी कॉलेज बिल्डिंग के एक हिस्से में भी दरार आ गई थी जमींदोज हुए भवन में एक पेइंग गेस्ट हाउस चल रहा था

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में आये दिन भूस्खलन की घटनाएं सामने आती रहती हैं खासतौर पर मानसून में यहां भूस्खलन के मुद्दे बढ़ जाते हैं शिमला में बीते वर्ष मानसूनी आपदा ने भारी कहर बरपाया था आपदा में कई लोगों की मृत्यु हुई शिमला के एडवांस स्टडीज में पहाड़ी दरकने से समरहिल स्थित शिव पाबड़ी मंदिर पूरी तरह तबाह हो गया था इस घटना में 20 लोगों की मृत्यु हुई थी

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