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खतरनाक हुई AI तकनीक,महिला को लगा 1.4 लाख रुपये का चूना

हैदराबाद: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जितनी चीजों को आसान कर रहा है, इसका खतरा भी उतना बढ़ता जा रहा है. हाल ही में एक स्त्री को इसके जरिए 1.4 लाख रुपये का चूना लग गया. स्त्री के पास एक फ्रॉड कॉल आया जिसमें एक शख्स ने कनाडा में रहने वाले उसके भतीजे की तरह बात की और स्वयं को संकट में होने का दावा किया. उसने तुरन्त नकदी की मांग की, जिसके बाद स्त्री ने 1.4 लाख रुपये ट्रांसफर भी कर दिए. साइबर जानकारों के अनुसार, वर्तमान में कनाडा और इजरायल में परिवार वाले लोगों को एआई वॉयस फर्जीवाड़ा का निशाना बनाया जा रहा है.

TOI की रिपोर्ट के अनुसार, 59 वर्षीय स्त्री ने नाम छिपाने की शर्त पर बोला कि जब उसे पता चला कि यह फेक कॉल थी, तब तक वह पैसे ट्रांसफर कर चुकी थी. स्त्री ने बताया, “उसने मुझे देर रात टेलीफोन किया और बोला कि उसका एक्सीडेंट हो गया है और वह कारावास जाने वाला है. वह एकदम मेरे भतीजे की तरह लग रहा था और एकदम उसकी तरह पंजाबी में बात कर रहा था जो हम घर पर बोलते हैं. उसने मुझसे पैसे ट्रांसफर करने को बोला और आपस में हुई इस वार्ता को गोपनीय रखने को कहा.” रिपोर्ट के अनुसार स्त्री दिल्ली की है. वह बमुश्किल औनलाइन लेनदेन करती थी, इसलिए उसने अपने परिवार को सूचित किया, जिन्होंने कनाडा में अपने भतीजे को तुरंत वीडियो कॉल किया. हालांकि सच सामने आने से पहले वह इतनी धनराशि ट्रांसफर कर चुकी थी.

दिल्ली में सेंटर फॉर रिसर्च ऑन साइबर इंटेलिजेंस एंड डिजिटल फोरेंसिक (CRCIDF) के निदेशक प्रसाद पतिबंदला ने कहा, “AI आवाज की नकल कर सकता है. वह आवाज की हूबहू नकल कर सकता है.  आदमी की आवाज को आमतौर पर सार्वजनिक डोमेन से लिया जाता है जैसे कि सोशल मीडिया जब लाइव कास्टिंग, वॉयस रिकॉर्डिंग किसी को भेजी जाती है या सेल्स कॉल से भी आवाज को ले लिया जाता है.” हालांकि ऐसे मुकदमा में साइबर अपराध पुलिस स्टेशनों में AI फर्जीवाड़ा की बड़े पैमाने पर रिपोर्ट नहीं की जाती है. जानकारों का बोलना है कि जब लोगों को अपने सम्बन्धी होने का दावा करने वाली कॉल आती है तो उन्हें सावधान रहना चाहिए. हैदराबाद के एसीपी (साइबर क्राइम) केवीएम प्रसाद ने कहा, ” हालांकि एआई वॉयस फर्जीवाड़ा कम संख्या में हो रही है. लेकिन लोगों को किसी भी पैसे को ट्रांसफर करने से पहले दोबारा जांच करनी चाहिए और सत्यापित करना चाहिए कि क्या यह वास्तव में सच है.

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