2024 का लोकसभा चुनाव हमारे अपने गठबंधन के साथ लड़ेगी AIADMK
अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के उप महासचिव और तमिलनाडु के पूर्व मंत्री केपी मुनुसामी ने बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ गठबंधन तोड़ने के अपने निर्णय के प्रति पार्टी की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई. अन्नाद्रमुक के उप महासचिव केपी मुनुसामी ने कृष्णागिरी में बोला कि अन्नाद्रमुक अपना गठबंधन बनाकर 2024 के लोकसभा चुनाव और 2026 के विधानसभा चुनाव का सामना करेगी. कृष्णागिरि में पत्रकारों से बात करते हुए, मुनुसामी ने राज्य बीजेपी प्रमुख के अन्नामलाई पर गहरा असंतोष व्यक्त किया, जिन्होंने उनके विरुद्ध पार्टी के प्रस्ताव के बावजूद पूर्व सीएम सीएन अन्नादुराई और अन्नाद्रमुक महासचिव एडप्पादी के पलानीसामी के विरुद्ध टिप्पणी करना जारी रखा.
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एआईएडीएमके ने सोमवार को आधिकारिक तौर पर तमिलनाडु में एनडीए से सभी संबंध तोड़ लिए थे. मुनुसामी ने इस बात पर बल दिया कि 25 सितंबर को वरिष्ठ नेताओं, जिला सचिवों, विधायकों और सांसदों की एक जरूरी बैठक हुई थी, जिसके दौरान 2 करोड़ से अधिक अन्नाद्रमुक कैडरों की भावनाओं को दर्शाते हुए, बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए से बाहर निकलने का सर्वसम्मति से फैसला लिया गया था. जबकि कुछ सियासी विश्लेषक भविष्य में दोनों पार्टियों के फिर से जुड़ने की आसार के बारे में अटकलें लगा रहे हैं, मुनुसामी ने साफ किया कि इस तरह के पुनर्मिलन की कोई आसार नहीं है.
मुनुसामी ने सीएम एमके स्टालिन द्वारा उनके निर्णय को नाटक बताए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए बोला कि यह सिर्फ़ उनके डर को दर्शाता है. जब मुनुसामी से पीएम पद के उम्मीदवार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बोला कि इण्डिया गुट ने भी अभी तक अपनी पसंद पर निर्णय नहीं किया है. उन्होंने बोला कि, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के अन्य सियासी दलों की तरह, अन्नाद्रमुक संसद में तमिलों के कल्याण की वकालत करेगी और राज्य के विकास के लिए जरूरी धन की मांग करेगी.