सिलक्यारा सुरंग में पिछले 17 दिनों से फंसे सभी 41 मजदूरों को निकाला गया सफलतापूर्वक बाहर
उत्तरकाशी जिले की सिलक्यारा सुरंग में पिछले 17 दिनों से फंसे सभी 41 श्रमिकों को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया है। अच्छी बात है कि सभी मजदूर निरोग हैं। हालांकि हेल्थ चेकअप के लिए सभी को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) लाया गया है। जहां 48 घंटों तक डॉक्टरों की टीम के देखरेख में रहेंगे। इधर हादसे को लेकर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने राज्य में चल रहे सभी सुरंग परियोजनाओं की समीक्षा कराने का निर्णय किया है।
सभी सुरंग परियोजनाओं की होगी समीक्षा : मुख्यमंत्री धामी
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने संवाददाताओं से कहा, राज्य गवर्नमेंट ने प्रदेश में सभी सुरंग परियोजनाओं की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। उन्होंने आगे कहा, राज्य में ऐसी कई परियोजनाएं चल रही हैं। हमने उनकी समीक्षा करने का फैसला किया है। हमें विकास चाहिए लेकिन पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन होना चाहिए। हाल में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी बोला था कि गवर्नमेंट सभी निर्माणाधीन सुरंगों का सुरक्षा ऑडिट करेगी।
धामी ने मजदूरों को एक-एक लाख रुपये का चेक सौंपा
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग से निकाले गए मजदूरों को ऋषिकेश के एम्स में भर्ती किए जाने से पहले बुधवार को चिन्यालीसौड़ हॉस्पिटल में उनसे मिलकर उनका हालचाल जाना। मुख्यमंत्री धामी ने सभी श्रमिकों को एक-एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक सौंपा। सीएम ने मजदूरों को निकालने के लिए चलाए गए बचाव अभियान के आखिरी दौर में मलबे में पाइप डालने के लिए ‘रैट माइनिंग तकनीक’ से हाथ से खुदाई करने वाले मजदूरों को भी 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।
पीएम मोदी भी रेस्क्यू ऑपरेशन का लगातार लेते रहे अपडेट
मीडिया से वार्ता में धामी ने बोला कि सभी लोग स्वस्थ और प्रसन्न हैं और वे उन्हें सुरंग से बाहर निकालने का कोशिश करने वाले लोगों और एजेंसियों का धन्यवाद कर रहे हैं। उन्होंने बोला कि पीएम मोदी बचाव अभियान पर लगातार ध्यान दे रहे थे और वह अपने बच्चों की तरह मजदूरों की चिंता करते रहे, इसके लिए मजदूरों ने उनका भी आभार व्यक्त किया। सीएम ने बोला कि इस बचाव अभियान में दुनिया के सबसे अच्छे कोशिश किए गए।
कैसे हुआ हादसा?
गौरतलब है कि चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही साढ़े चार किलोमीटर लंबी सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह जाने से उसमें 41 मजदूर फंस गए थे जिन्हें युद्धस्तर पर चलाए गए बचाव अभियान के बाद मंगलवार को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।