असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में किया दावा, कहा- बाबरी मस्जिद थी, है, और…
नई दिल्ली। ऑल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को लोकसभा में दावा किया कि ‘बाबरी मस्जिद थी, है और हमेशा रहेगी।’ उन्होंने सदन में नियम 193 के अनुसार ‘ऐतिहासिक श्रीराम मंदिर के निर्माण और श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा’ विषय पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी बोला कि वह बाबर, जिन्ना और औरंगजेब के प्रवक्ता नहीं हैं।
उन्होंने पूर्व पीएम पी वी नरसिम्हा राव और पूर्व उप पीएम लालकृष्ण आडवाणी को ‘भारत रत्न’ की घोषणा पर प्रश्न खड़े किए और बोला कि यह बताता है कि न्याय या जिंदा है या जुल्म को बरकरार रखा जा रहा है।
हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ने प्रश्न किया, “क्या मोदी गवर्नमेंट एक धर्म की गवर्नमेंट है या सभी धर्मों को मानने वालों की गवर्नमेंट है? क्या यह केवल हिंदुत्व के नजरिये की गवर्नमेंट है?” ओवैसी ने सत्तापक्ष के सदस्यों की टोका-टोकी के बीच कहा, “क्या मैं बाबर, जिन्ना और औरंगजेब का प्रवक्ता हूं?”
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा, “मेरा ईमान मुझे कहता है कि बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी। बाबरी मस्जिद जिंदाबाद, हिंदुस्तान जिंदाबाद, जय हिंद।” ओवैसी का बोलना था कि राम मंदिर के विषय पर ‘तथाकथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियों’ की खामोशी ही उनकी रजामंदी है।
उन्होंने कहा, “मर्यादा पुरुषोत्तम राम की इज्जत करता हूं, लेकिन नाथूराम गोडसे से नफरत करता हूं क्योंकि गोडसे ने उस शख्स को गोली मारी जिनके मुंह से अंतिम शब्द ‘हे राम’ निकला था।” ओवैसी ने दावा किया कि आज राष्ट्र के मुस्लिम अजनबी और अलग-थलग महसूस कर रहे हैं।