दिल्ली में 3 दिनों तक भिखारियों और नशेड़ियों की मौज
नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) के दौरान 8 से 10 सितंबर तक दिल्ली के कई इलाकों में ट्रैफिक मूवमेंट के साथ-साथ किन्नर और भिखारियों (Beggars) की मौजूदगी पर भी प्रतिबंध रहेगा। नयी दिल्ली जिले के सभी रेड लाइट (Red Light) चौराहों पर किन्नर, भिखारी और नशेड़ी अगले कुछ दिनों तक नजर नहीं आएंगे। खासकर कनॉट प्लेस, केजी मार्ग, जनपथ, बंगला साहिब गुरुद्वारा और सीपी के हनुमान मंदिर के सामने भिखारी, नशेड़ी और किन्नर नजर नहीं आएंगे। दिल्ली पुलिस ने इन इलाकों से भिखारियों और नशेड़ियों को हटाना प्रारम्भ कर दिया है। इसी तरह हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन के दोनों तरफ खासकर अजमेरी गेट की तरफ भी भिखारी नजर आएं तो उनको पकड़ कर आश्रय गृहों में छोड़ा जाएगा।
बता दें कि दिल्ली पुलिस अगले रविवार तक प्रतिदिन प्रेस ब्रीफिंग कर ट्रैफिक सहित अनेक तरह के आशंकाओं का निवारण करेगी। इन्हीं आशंकाओं में किन्नर, भिखारियों और नशेरियों को लेकर भी निवारण निकाला गया है। अब जी-20 सम्मेलन के समाप्त होने तक नयी दिल्ली क्षेत्र में भिखारी, किन्नर, नशेड़ी और बेघर लोग नजर नहीं आएंगे। दिल्ली गवर्नमेंट ने भी पिछले दिनों इन लोगों के कहां रखा जाए इसके लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया था। अभी इन लोगों गीता कॉलनी, रोहिणी और द्वारका सेक्टर 3 के बाहरी इलाकों में स्थांतरित किया जा रहा है।
भिखारियों और नशेड़ियों की मौज
इधर, नयी दल्ली नगरपालिका परिषद ने भी लुटियंस इलाकों में रह रहे 2000 से अधिक भिखारियों और बेघर लोगों की पहचान कर उनके पुनर्वास का अभियान प्रारम्भ कर दिया है। दिल्ली के सभी होटल नयी दिल्ली क्षेत्र में ही आते हैं। इसके साथ ही ज्यादातर राष्ट्रों के दूतावास भी यहीं हैं। ऐसे में इन इलाकों में जी 20 के प्रतिनिधि भी आएंगे। इसको देखते हुए नयी दिल्ली क्षेत्र के सभी नशेड़ियों और पटरी पर सोने वाले लोगों के लिए दिल्ली पुलिस अगले कुछ दिनों तक सोने और खाने-पीने का बंदोबस्त करवाएगी।
दिल्ली में भीख मांगना क्राइम नहीं
आपको बता दें कि वर्ष 2019 में दिल्ली उच्च न्यायालय ने भीख मांगने को क्राइम घोषित करने वाले कानून को खत्म कर दिया था। उच्च न्यायालय के इस निर्णय के बाद ही दिल्ली में भीख मांगना क्राइम की श्रेणी में नहीं आता। दिल्ली उच्च न्यायालय के इस निर्णय के बाद दिल्ली पुलिस ने भिखारियों पर कठोरता करना लगभग बंद ही कर दिया था, लेकिन जी-20 सम्मेलन को देखते हुए अब दूसरे जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है।