BJP नेता गिरिराज सिंह ने ज्ञानवापी सर्वे पर ASI की रिपोर्ट के बाद दिया ये बड़ा बयान
वाराणसी: जहां एक तरफ वाराणसी (Varanasi) में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwnath Mandir) से सटे ज्ञानवापी परिसर (Gyanvapi Mosque) की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की सर्वे रिपोर्ट बीते गुरुवार की देर शाम को जिला न्यायधीश डॉ अजय कृष्ण विश्ववेश की न्यायालय ने सार्वजनिक कर दी है। जिसके मुताबिक, ज्ञानवापी में मंदिर का स्ट्रक्चर मिला है। इस सर्वे रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई है। इस रिपोर्ट के आने के बाद बीजेपी के कदावर नेता गिरिराज सिंह ने एक बड़ी बात कही है।
मंत्री गिरिराज सिंह का बड़ा बयान
दरअसल इस मुद्दे पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बोला कि, ज्ञानवापी पर ASI सर्वे के बाद मुसलमान पक्ष को स्वयं ही यह मंदिर हिंदू पक्ष को सौंप देना चाहिए। इससे इतिहास में हुई गलतियों को सुधारने का अवसर मिलेगा और सामाजिक समरसता को भी एक तरह से से बढ़ावा मिलेगा।
क्या कहती है ASI रिपोर्ट
जानकारी दें कि ASI की सर्वे रिपोर्ट में ज्ञानवापी परिसर में जनार्दन, रुद्र और विश्वेश्वर के शिलालेख भी मिले हैं। इस रिपोर्ट में एक स्थान महामुक्ति मंडप लिखा है। इस बात एएसआई का बोलना है कि यह मजबूत संकेत है। ASI सर्वे के मुताबिक जदूनाथ गवर्नमेंट की फाइंडिंग को ठीक पाया गया है। 1669 में 2 सितंबर को मंदिर ढहाया गया था। जो पिलर थे दरअसल वे पहले के मंदिर के थे, जिनका इस्तेमाल बाद में मस्जिद के लिए किया गया।
इसके साथ ही जो तहखाना S2 है, उसमें हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां थी। ASI रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी दीवार एक हिंदू मंदिर का हिस्सा है। उसे सरलता से पहचाना जा सकता है। 17वीं शताब्दी में मंदिर तोड़ा गया था। इसके बाद इसे मस्जिद के लिए इस्तेमाल किया गया। ASI के मुताबिक यहां मस्जिद से पहले हिंदू मंदिर का स्ट्रक्चर ही था।