ब्रिटिश सरकार अमेरिकन एक्सएल बुली कुत्तों पर पाबंदी लगाने की कर रहा तैयारी
Ban on Bulldog: ब्रिटिश गवर्नमेंट अमेरिकन एक्सएल बुली कुत्तों पर पाबंदी लगाने की तैयारी कर रही है। कुछ वर्ष में इस नस्ल के कुत्तों ने ब्रिटेन में कई लोगों पर धावा किया है। इनमें से कुछ लोगों की मृत्यु भी हो गई थी। इन हमलों के बाद ब्रिटेन में तीखी बहस छिड़ गई है कि पालतू जानवरों की अत्याचार के लिए जानवर या उनके मालिक में से किसे उत्तरदायी ठहराया जाना चाहिए? ब्रिटेन के गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन ने बोला कि कुत्तों की ये नस्ल खासतौर पर बच्चों के लिए बहुत खतरनाक खतरा है। बता दें कि पिछले सप्ताह ब्रिटेन में एक 11 वर्ष के बच्चे समेत तीन लोगों पर अमेरिकन एक्सएल बुली नस्ल के कुत्तों ने धावा कर दिया था।
ब्रिटेन की गवर्नमेंट ने रविवार को घोषणा किया कि कुत्तों पर प्रतिबंध लगाने के लिए तत्काल राय मांगी जा रही है। बता दें कि अमेरिकन बुली केनेल क्लब नस्ल का कुत्ता होता है, जो अपनी भारी-भरकम कदकाठी के लिए पूरे विश्व में पहचाना जाता है। ये नस्ल अमेरिकी पिट बुल टेरियर से जुड़ी हुई है। इसमें स्टैंडर्ड, पॉकेट, क्लासिक और एक्सएल शामिल हैं। यदि कोई बुली डाग 20 इंच से ज्यादा लम्बा है तो उसे एक्सएल के तौर पर वर्गीकृत किया जाता है। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, जानकारों और औनलाइन लिस्टिंग में कहा गया है कि एक्सएल बुली डॉग्स का वजन 60 किलोग्राम तक हो सकता है। इनकी मूल्य 1,200 $ से लेकर 12,000 $ तक होती है।
नस्ल को आधिकारिक मान्यता नहीं
ब्रिटेन की बड़ी डॉग एसोसिएशंस आधिकारिक तौर पर इस नस्ल को मान्यता नहीं देती हैं। लेकिन, हाल के सालों में एक्सएल ने ब्रिटेन में काफी लोकप्रियता हासिल की है। काफी लोग इनके आकार और ताकत को स्टेटस सिंबल के तौर पर मानकर पालते हैं। गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले वर्ष ब्रिटेन में कुत्तों के 10 खतरनाक हमलों में से आधे से ज्यादा एक्सएल बुली ने ही किए थे। बुली के हमले के एक फुटेज में बिना पट्टे वाला एक्सएल बुली इंग्लैंड के बर्मिंघम की सड़कों पर दौड़-दौड़कर लोगों को काट रहा है। इससे लोगों में अफरातफरी का माहौल बन गया था। वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस ने कहा कि पीड़ितों को हॉस्पिटल ले जाया गया, जबकि मालिक से पूछताछ की गई।
पुलिस ने दो कुत्तों को मार डाला
इंग्लैंड में 11 वर्ष की एक बच्ची ने स्काई न्यूज को कहा कि सोमवार को एक बुली कुत्ते ने उसकी बांह और कंधे पर काटा था।उसका बोलना था कि इस नस्ल के कुत्तों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। यही नहीं, बच्ची ने कुत्ते के मालिक को कारावास में डालने की अपील भी की। जनवरी 2023 को 28 वर्षीय नताशा जॉनसन की आठ कुत्तों को घुमाते समय मृत्यु हो गई थी। फॉरेंसिक रिपोर्ट से पता चला कि उनकी मृत्यु गर्दन पर कई बार काटने से हुई। पुलिस ने बोला कि उन्होंने उसके स्वामित्व वाले एक एक्सएल कुत्ते को मारना पड़ा। वहीं, मई में 37 वर्षीय जोनाथन हॉग को उसके दोस्त के एक्सएल बुली डॉग ने मार डाला था। ब्रिटिश मीडिया के अनुसार, हॉग को कई घाव लगे और उसकी मृत्यु हो गई। बाद में पुलिस ने उस कुत्ते को मार डाला।
अमेरिका में हर वर्ष 54 लाख हमले
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक, कुत्तों का धावा एक विश्वव्यापी मामला है। इनमें हर वर्ष लाखों लोग घायल होते हैं। कुत्तों के हमलों का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बोला कि अमेरिका में हर वर्ष करीब 45 लाख लोग कुत्तों के हमले का शिकार बनते हैं। ब्रिटेन में यदि किसी के पास विशेष न्यायालय की स्वीकृति के बिना प्रतिबंधित नस्ल का कुत्ता है, तो पुलिस या क्षेत्रीय अधिकारी उसे बरामद कर लेते हैं। फिर जानकार आकलन करता है कि कुत्ता जोखिम भरा है या नहीं। कुछ मामलों में कुत्ते को मार दिया जाता है। कभी-कभी इसे मालिक को वापस दे दिया जाता है। हालांकि, उसे कुत्ते को अपने पास रखने के लिए कड़े नियमों का पालन करना होता है। सार्वजनिक जगहों पर इसका मुंह हर समय बंद करना होता है।
मालिक को 14 वर्ष तक की जेल
ब्रिटेन में ऐसे कुत्ते को रखना अवैध है, जो घातक रूप से नियंत्रण से बाहर है। यदि कोई कानून का उल्लंघन करता है तो उस पर असीमित जुर्माना लगाने और छह महीने तक की कारावास का प्रावधान है। यदि कुत्ता किसी को घायल कर देता है, तो मालिक को 5 वर्ष तक की कारावास हो सकती है। यदि आपका कुत्ता किसी को मार देता है तो मालिक को 14 वर्ष तक की कारावास हो सकती है। हालांकि, ब्रिटेन में जानकार और सोशल मीडिया यूजर्स एक्सएल बुली पर पाबंदी को लेकर बंटे हुए हैं। कुत्तों के व्यवहार जानकार स्टैन रॉलिन्सन ने बीबीसी रेडियो को कहा कि एक्सएल बुली सबसे घातक कुत्ते की नस्ल है। उन्होंने प्रतिबंध का समर्थन किया। गवर्नमेंट से इस नस्ल के कुत्तों की बिक्री, स्वामित्व या प्रजनन को क्राइम घोषित करने का आग्रह करने वाली एक याचिका पर 16,000 से ज्यादा हस्ताक्षर हो चुके हैं।
पाबंदी पर बंटे विशेष और मीडिया
एक्सएल के हमलों पर पर्यावरण, खाद्य और ग्रामीण मामलों के विभाग ने पाबंदी का समर्थन किया। उन्होंने बोला कि कानून को पूरी ताकत से लागू किया जाना चाहिए। कुछ ब्रिटिश टैब्लॉयड भी गवर्नमेंट के कदम का समर्थन करते दिखे। द सन ने सोमवार को पहले पन्ने पर ‘एक्सएल शैतान कुत्तों पर प्रतिबंध लगाएं’ शीर्षक के साथ लीड स्टोरी लगाई। मिरर के कवर पेज पर भी कुछ ऐसा ही हेडिाग नजर आया। हालांकि, साउथेंड डॉग ट्रेनिंग के संस्थापक एडम स्पाइवे ने द पोस्ट से बोला कि वह प्रतिबंध का समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने गवर्नमेंट से गैर-जिम्मेदार प्रजनकों और कुत्ते के मालिकों पर नकेल कसने का आग्रह किया है।
‘नस्ल पर पाबंदी से बेहतर मालिकों पर हो सख्ती’
ब्रिटेन की गवर्नमेंट यदि एक्सएल बुली पर प्रतिबंध लगा देती है तो यह डेंजरस डॉग एक्ट के अनुसार पाबंदी वाली कुत्तों की पांचवीं नस्ल हो जाएगी। इससे पहले ब्रिटिश गवर्नमेंट पिट बुल टेरियर, जापानी टोसा, डोगो अर्जेंटीनो और फिला ब्रासीलीरो पर पाबंदी लगा चुकी है। स्पाइवी का बोलना है कि कुत्तों की नस्लों पर प्रतिबंध लगाने से कुछ नहीं बदलेगा। यदि आप असली बदलाव देखना चाहते हैं, तो आपको कुत्तों के गैर-जिम्मेदार मालिकों और विक्रेताओं पर सख्ती दिखानी होगी। वहीं, काफी लोगों ने प्रतिबंध का समर्थन किया है। लेकिन, एक्सएल बुली मालिकों समेत काफी लोगों ने सोशल मीडिया पर नस्ल का बचाव किया है।