15 फरवरी को उत्तर बंगाल के सभी जिलों में पंप हड़ताल का किया आह्वान
पश्चिम बंगाल में कुछ महीने पहले हुए पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) के दौरान केंद्रीय सुरक्षा बलों के वाहनों में ईंधन भरने के लिए विभिन्न पेट्रोल पंपों का इस्तेमाल किया गया था। कथित तौर पर इल्जाम है कि पेट्रोल पंपों को अभी तक बकाया धनराशि नहीं मिली है। नॉर्थ बंगाल पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन ने विरोध में 15 फरवरी को नॉर्थ बंगाल में पंप स्ट्राइक का आह्वान किया है। उस दिन सुबह छह बजे से अगले दिन सुबह छह बजे तक आठ जिलों में सभी पेट्रोल पंप बंद रहेंगे।
आरोप है कि पंप मालिकों को अभी तक ऑयल का बकाया पैसा नहीं मिला
दरअसल, केंद्रीय बल, पेट्रोल पंप से गाड़ी में ऑयल भरता है। इसके बदले एक मेमो दिया जाता है। पंप मालिक उस मेमो को संबंधित सरकारी कार्यालय में जमा कर रुपया प्राप्त कर लेते हैं। लेकिन पंचायत चुनाव हुए छह माह से अधिक समय बीत चुका है। इल्जाम है कि पंप मालिकों को अभी तक ऑयल का बकाया पैसा नहीं मिला है। इसके विरोध में पंप मालिकों के संगठन ने 15 फरवरी को 24 घंटे पंप बंद रखने का आह्वान किया है।
सरकार को चुकाने होंगे 19 करोड़ रुपये
संगठन का दावा है कि पिछले पंचायत चुनाव में केंद्रीय बलों की आवाजाही के लिए विभिन्न पंपों ने जो ईंधन दिया था, उसका भुगतान अब तक नहीं किया गया है। कुल मिलाकर गवर्नमेंट को इसके लिए 19 करोड़ रुपये चुकाने होंगे। संगठन के अध्यक्ष श्यामल पाल चौधरी ने बोला कि उत्तर बंगाल के आठ जिलों में बकाया राशि 19 करोड़ है। इल्जाम है कि अभी तक बकाया नहीं मिला है। राज्य गवर्नमेंट ने बोला है कि केंद्र से यह राशि अब तक नहीं मिली है, जब केंद्र रुपये देगा, तो भुगतान कर दिया जायेगा।