सिंचाई विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार की हो सीबीआई जांच: सांसद इम्तियाज जलील
जिससे सिंचाई परियोजनाएं अधर में लटक जाती है और मराठवाडा वासी पानी के लिए तरसते रहते हैं। यह गंभीर इल्जाम औरंगाबाद के एमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने आयोजित प्रेस वार्ता में लगाया। उन्होंने कहा कि कृष्णा स्थायीकरण परियोजना के अनुसार जिले के पैठण, गंगापुर तथा वैजापुर तहसीलों में सिंचाई के बड़े पैमाने पर कार्य मंजूर किए गए हैं।
इन कार्यों को पूरा करने के लिए इन तीनों तहसील के विधायक सिंचाई विभाग के ऑफिसरों को अपने ही ठेकेदारों को काम देने के दबाव बनाते हैं। जलील ने इल्जाम लगाया कि एक विधायक ने तो हद करते हुए सिंचाई विभाग के एक आला अधिकारी को धमकी दी कि वे किसी भी हालत में अपने ही ठेकेदारों के अतिरिक्त किसी अन्य ठेकेदारों को सिंचाई कार्यों को न दे। जो अन्य ठेकेदार काम लेंगा, उसके हाथ पैर तोड़े जाएंगे।
सिंचाई विभाग में हो रहे करप्शन की हो CBI जांच
जलील ने बोला कि इन भ्रष्टाचारी जन प्रतिनिधियों के चलते ही आज जिले में वर्षों से सिंचाई परियोजनाएं पूरी न होकर किसानों को पानी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे भ्रष्टाचारी जन प्रतिनिधियों पर क्या राज्य के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री लगाम लगाएंगे, यह प्रश्न जलील ने करते हुए वर्षों से सिंचाई विभाग में जारी करप्शन की CBI तथा राज्य के सीआईडी से जांच करने की मांग भी की।
उनके मुताबिक कोई भी ठेकेदार सिंचाई विभाग में ईमानदारी से यदि काम किया तो मराठवाडा में पानी की परेशानी जल्द हल होगी। उन्होंने भ्रष्टाचारी जनप्रतिनिधियों को चेताते हुए बोला कि अब वे अधिक दिन तक चुप नहीं रहेंगे। आज मराठवाडा में सिंचाई योजनाएं पूरी न होने से ही किसान खुदकुशी करने के लिए विवश है।
ठेकेदारों की सुरक्षा की ली सांसद जलील ने जिम्मेदारी
जिले के एक विधायक ने सिंचाई विभाग के आला अधिकारी को उनके ठेकेदारों के अतिरिक्त अन्य किसी भी ठेकेदार को सिंचाई विभाग का काम दिया तो हाथ पैर तोड़ने की धमकी दी। इस धमकी पर जलील ने कड़ी नाराजगी जताते हुए ईमानदारी से सिंचाई योजनाओं का काम करने वाले ठेकेदारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेते हुए ठेकेदारों से अपील की कि कोई भी विधायक आपको धमकी दे तो हमसे संपर्क करें।