राष्ट्रीय

चंडीगढ़ मेयर चुनाव : कोर्ट ने चुनाव अधिकारी अनिल मसीह को जमकर लगाई फटकार

Supreme Court On Chandigarh Mayor Poll: चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर बीजेपी की सारी रणनीति फेल हो सकती है जी हां, उच्चतम न्यायालय ने एक लाइन में इशारा दे दिया है चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा, ‘खरीद-फरोख्त हो रही है इसे लेकर हम बहुत चिंतित हैं’ दरअसल, महापौर चुनाव मुद्दे की सुनवाई आज टालने की मांग की जा रही थी लेकिन उच्चतम न्यायालय ने आज ही सुनवाई का निर्णय किया है SC ने बोला है कि नए सिरे से मतदान का आदेश देने के बजाय वह पहले डाले गए वोटों के आधार पर ही परिणाम घोषित करने पर विचार कर सकता है यही बात भाजपा की किरकिरी करा सकती है

हां, भाजपा ने सारा दांव यह सोचकर चला था कि उच्चतम न्यायालय फिर से चुनाव कराने का आदेश देगा और वह AAP के तीन सदस्यों को तोड़कर महत्वपूर्ण आंकड़े जुटा लेगी हालांकि कल संक्षिप्त सुनवाई में ही उच्चतम न्यायालय ने साफ संकेत दे दिया कि वह सब कुछ समझ रहा है न्यायालय ने चुनाव अधिकारी अनिल मसीह को जमकर फटकार लगाई और साफ रूप से ‘खरीद-फरोख्त होने’ का जिक्र किया

आज उच्चतम न्यायालय चंडीगढ़ महापौर चुनाव के मतपत्रों और मतगणना के दिन की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग देखेगा न्यायालय ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को रिकॉर्ड सुरक्षित रूप से दिल्ली लाने के लिए एक न्यायिक अधिकारी नियुक्त करने का भी निर्देश दिया आज न्यायधीश पार्षदों के बैलट पेपर देखेंगे यदि वे सेफ मिले तो उसी आधार पर न्यायालय नतीजे घोषित करने का आदेश दे सकता है

उस दिन क्या हुआ था

बीजेपी ने 30 जनवरी को चंडीगढ़ महापौर चुनाव में कांग्रेस-आप गठबंधन के विरुद्ध जीत हासिल की थी
बीजेपी के मनोज सोनकर ने आप के कुलदीप कुमार को हराया बीजेपी को 16 वोट और विपक्षी उम्मीदवार को 12 वोट मिले जबकि गठबंधन बहुमत का दावा कर रहा था आठ वोट गैरकानूनी घोषित किए गए थे
– सारा खेल सीसीटीवी में दिखाई दे दिया जिस तरह निर्वाचन अधिकारी अनिल मसीह इधर-उधर देखते हुए मतपत्रों पर कुछ कर रहे थे उसने शंका पैदा कर दी और उच्चतम न्यायालय ने भी इसे गलत माना
न्यायालय ने पहले ही कह दिया है कि मतपत्रों से छेड़छाड़ करने के लिए चुनाव अधिकारी पर केस चलाया जाना चाहिए

सुप्रीम न्यायालय की पीठ ने बोला है, ‘हम 20 फरवरी को मतपत्र देखेंगे और तय करेंगे कि क्या करना है खरीद-फरोख्त का यह जो पूरा कृत्य चल रहा है, वह बहुत परेशान करने वाला है मतगणना का पूरा वीडियो भी दोपहर में पेश किया जाएगान्यायालय ने अनिल मसीह को आज भी मौजूद रहने का निर्देश दिया है

फिर से चुनाव का सुझाव लेकिन…

सुनवाई की आरंभ में ही कल चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुझाव दिया कि उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त एक न्यायिक अधिकारी की देखरेख में नए सिरे से चुनाव कराया जाए आप पार्षद और महापौर पद के पराजित उम्मीदवार कुलदीप कुमार के वकील ने इस सुझाव का कड़ा विरोध किया

मसीह ने मान ली ‘गलती’

हां, कल जजों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए उस दिन के चुनाव अधिकारी मसीह ने बोला कि उन्होंने पहले से ही ‘विरूपित’ आठ मतपत्रों पर ‘एक्स’ चिह्न लगाया है उन्होंने आप के पार्षदों पर बवाल करने और मतपत्र छीनने की प्रयास करने का इल्जाम लगाया और बोला कि इसी के चलते वह मतगणना केंद्र पर लगे सीसीटीवी कैमरे की तरफ देख रहे थे निर्वाचन अधिकारी ने आठ मतपत्रों पर ‘एक्स’ निशान लगाने की बात स्वीकार करते हुए दावा किया कि उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया था जिससे वे मिक्स न हो जाएं इस पर पीठ ने कहा, ‘आप मतपत्र पर हस्ताक्षर कर सकते हैं लेकिन आप उन मतपत्रों पर ‘एक्स’ चिह्न क्यों लगा रहे थे

आप नेता के वकील ने बोला कि मसीह बीजेपी की अल्पसंख्यक शाखा के सदस्य थे और उनके कदाचार के बावजूद चुनाव प्रक्रिया को अब तार्किक निष्कर्ष तक ले जाया जा सकता है इस दलील का सॉलिसिटर जनरल ने इस आधार पर विरोध किया कि माना जाता है कि कुछ मतपत्र फटे हुए हैं आप नेता ने दावा किया है कि गठबंधन के पास नगर निकाय में बीजेपी के 16 के मुकाबले 20 वोट थे और गठबंधन के आठ मतपत्रों को ‘विरूपित’ करके उन्हें अमान्य कर दिया गया था

Related Articles

Back to top button