सीएम शिवराज ने कांग्रेस दिग्विजय पर एक वीडियो के माध्यम से झूठ फैलाने का लगाया आरोप
MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं इससे पहले प्रदेश की राजनीति गरम हो गई है। इस बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह पर छेड़छाड़ किए गए एक वीडियो के माध्यम से असत्य फैलाने का इल्जाम लगा दिया है। आपको बता दें कि सिंह के एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने ‘एक्स’ पर लिखा कि कांग्रेस पार्टी को असत्य का सहारा है, लेकिन इस बार झूठे और फर्जी सहारे काम नहीं आयेंगे। इसलिए कांग्रेस पार्टी को ‘जन आक्रोश’ झेलना पड़ता है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस पोस्ट में लिखा था कि एक समाचार चैनल का यह पहला ‘ओपिनियन पोल’ है और जनता मध्य प्रदेश की सत्तारूढ भाजपा को इस वर्ष नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में हराने का मन बना चुकी है। सीएम ने समाचार चैनल के ऑफिसरों के ट्वीट के स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किए, जिसमें सिंह और अन्य कांग्रेस पार्टी नेताओं द्वारा साझा किए गए ‘ओपिनियन पोल’ को पुराना कहा गया है और बोला गया है कि यह पुराने ओपिनियन पोल के साथ छेड़छाड़ कर बनाया गया ग्राफिक्स है। मुख्यमंत्री चौहान के मुताबिक चैनल के ऑफिसरों का बोलना है कि ऐसा कोई सर्वे/ओपिनियन पोल चैनल ने नहीं करवाया है।
सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर फर्जी सर्वे
मामले पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बोला कि दिग्विजय सिंह हार की हताशा से बचने के लिए और कार्यकर्ताओं का आत्मशक्ति बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर फर्जी सर्वे चला रहे हैं। यदि चैनल के अधिकारी इस संबंध में कम्पलेन दर्ज कराते हैं तो कानूनी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बोला कि दिग्विजय सिंह सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर राजनीति को विकृत रूप दे रहे हैं। उन्होंने एक टीवी चैनल के हवाले से एक फर्जी चुनाव सर्वेक्षण चलाया, जबकि समाचार चैनल के मैनेजिंग एडिटर ने इसे फर्जी करार दिया। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने ऐसा किया है।
मध्य प्रदेश में हो सकती है नूंह जैसी हिंसा
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की मानें तो, दिग्विजय सिंह ने पहले बोला था कि मध्य प्रदेश में नूंह जैसी अत्याचार हो सकती है और उन्होंने ‘एक मस्जिद पर भगवा झंडा’ की तस्वीर साझा करते हुए दावा किया था कि यह खरगोन का है। हरियाणा के नूंह में हाल ही में सांप्रदायिक अत्याचार हुई थी। इधर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वी डी शर्मा ने मुरैना में मीडिया से बोला कि कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश में हार के डर से बौखलाकर एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल की बाईट को जिस प्रकार से एडिट करके असत्य परोसने का काम किया है और जिस तरह से प्रदेश के पूर्व सीएम मिस्टर बंटाधार (दिग्विजय सिंह) के द्वारा ट्वीट किया गया है, उससे साफ है कि कांग्रेस पार्टी हार के डर से बौखला गई है।
उन्होंने बोला कि बीजेपी का एक-एक कार्यकर्ता इनके असत्य का उत्तर देने के लिए प्रत्येक बूथ पर सजग प्रहरी बनकर खड़ा है और कमलनाथ तथा दिग्विजय सिंह का असत्य मध्य प्रदेश में नहीं चलेगा क्योंकि बीजेपी इसका कड़ा उत्तर देगी।
मिश्रा ने क्लिप साझा किया
इस बीच प्रदेश कांग्रेस पार्टी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने बोला कि ‘ओपिनियन पोल’ से संबंधित वीडियो पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर चल रहा था। मिश्रा ने शनिवार सुबह कथित तौर पर क्लिप साझा किया और बाद में इसे हटा दिया था। उन्होंने बोला कि कांग्रेस पार्टी नेताओं को गुनाह देने के बजाय उन्हें ऐसे लोगों के विरुद्ध मुद्दा दर्ज करना चाहिए जो पिछले दो दिनों से क्लिप प्रसारित कर रहे हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव पर एक नजर
नवंबर 2018 के मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने 230 में से 114 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा 109 सीटों के साथ दूसरे जगह पर रही। कांग्रेस पार्टी ने निर्दलीय, बीएसपी और समाजवादी पार्टी के समर्थन से कमलनाथ के नेतृत्व में गठबंधन गवर्नमेंट बनाई। हालांकि, यह 15 महीनों के बाद यह गवर्नमेंट गिर गई जब वर्तमान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी विधायकों का एक समूह भाजपा में शामिल हो गया। फलस्वरूप भाजपा की गवर्नमेंट बनी और चौहान की सीएम के रूप में वापसी हुई।