उदयनिधि द्वारा सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी से रामभद्राचार्य महाराज का भड़का गुस्सा
ठाणे: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) द्वारा सनातन धर्म पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज (Swami Rambhadryacharya Maharaj) का गुस्सा भड़क उठा है। उन्होंने स्टालिन को ख़ूब फटकार लगाई। उन्होंने बोला कि सनातन धर्म पर प्रश्न उठाने वाले तीन पीढ़ियों से मूर्ख है। इन्हें सनातन धर्म के बारे में थोड़ा भी ज्ञान नहीं है।
श्री रामभद्राचार्य महाराज ठाणे के काशीनाथ घाणेकर नाट्य गृह हाल में राघव परिवार द्वारा आयोजित महाराज के अमृत महोत्सव की तैयारियों को लेकर आयोजित कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। महाराज ने बोला कि सनातन धर्म समुद्र है। इसी में सभी धर्म समाहित है। यह पूरे ब्रह्मांड को परिवार मानता है। किस धर्म के प्रति द्वेष रेट नहीं रखता। सनातन धर्म ही एक ऐसा धर्म है जिसमें नारियों की पूजा की जाती है। स्त्री को देवी बोला जाता है।
लेकिन दूसरे धर्मों में पत्नी को बीवी – बेबी कहकर पुकारा जाता है। सनातन सभी के साथ समान रेट रखने का आचरण सिखाता है। सनातन धर्म अमृत है। जो सभी मानसिक शारीरिक रोंगों को समाप्त कर देता है। तुलसी पीठाधीश्वर महाराज ने बोला कि हमारे प्रभु राम कभी जाति धर्म में भेदभाव नहीं किया। उन्होंने सबरी के घर जाकर जूठे बेर खाए। गुरुकुल के दौरान केवट से मित्रता की। ऐसे बहुत से उदाहरण है तो सनातन धर्म की खासियत को दर्शाता है।
महाराज ने स्टालिन पर कड़ा प्रहार करते हुए बोला कि आज भी दक्षिण हिंदुस्तान में रावण का असर दिखता है। यहां पर रावण प्रवृत्ति से ग्रसित लोग सनातन पर उंगली उठाते रहते हैं। ऐसे लोगों में स्टालिन का परिवार शामिल हैं। इसे थोड़ा भी ज्ञान नहीं है। फिर भी बिना सोचे समझे अनाप शनाप बकता रहता है। महाराज ने बोला कि सनातन को नष्ट करने की प्रयास करने वाले स्वयं मिट जाएंगे।
अयोध्या जीते काशी और मथुरा भी जीतेंगे
जगतगुरु महाराज ने बोला कि राम मंदिर मुकदमे के दौरान मैंने 441 प्रमाण प्रस्तुत किए थे। जिसमें 337 प्रमाण ठीक निकले। यदि मुझे फिर मौका मिला तो काशी और मथुरा के लिए भी साक्ष्य प्रस्तुत करुंगा। मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई है। उस जगह पर फिर भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा। महाराज ने बोला कि राम मंदिर के लिए 76 बार आंदोलन किया गया।75 बार हम हारे। लेकिन 76 वां आंदोलन हम जीत गए।
भगवान राम अपने अपमान का बदला लेना जानते हैं। सभी महा मंडलेश्वर मुकर गए तो मैंने बोला कि मेरे अंदर वशिष्ठ का खून है। मैं गवाही दूंगा। इससे चिढ़ कर मुझे मारने के लिए 1 लाख $ खर्च किए गए। लेकिन प्रभु राम की कृपा से मेरा बाल भी बांका नहीं हुआ। महाराज ने बोला कि अब भक्तों का प्रतीक्षा अब जल्द समाप्त होने वाला है। राम मंदिर का निर्माण आखिरी चरण में है।
जनवरी माह में ईश्वर श्री राम के मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। ऐसे पवित्र समय में हमारा 75 वां जन्मदिन अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। राघव परिवार द्वारा इस अमृत महोत्सव कार्यक्रम में रमेश आंब्रे, स्नेहा रमेश आंब्रे, सागर रमेश आंब्रे, जानकी नंदन पांडेय, इंद्रेश राय, देवानंद शर्मा द्वारा आयोजन किया गया था। वहीं इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री कपिल पाटिल, विधायक निरंजन डावखरे, समाजसेवी धनंजय सिंह, शशी यादव, श्रीकांत दूबे, अरुण शुक्ला सहित अन्य गणमान्य लोगों ने पहुंच कर आशीर्वाद लिया।