फिर लौट आया कोरोना सरकार ने जारी किए दिशा निर्देश
क्रिसमस और नए वर्ष के उत्सव से ठीक पहले, COVID-19 के नए स्ट्रेन JN.1 का हिंदुस्तान के कई राज्यों में प्रसार चिंता का विषय बना हुआ है। संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाने के लिए प्रेरित किया है। हिंदुस्तान में अभी Covid-19 नियंत्रण में है। मंगलवार तक एक्टिव मुकदमा 1,970 है। हालांकि, तेलंगाना, केरल और कर्नाटक समेत देशभर के राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है।
सोमवार को, केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को कोरोनोवायरस के जेएन.1 संस्करण को लेकर लगातार नज़र बनाए रखने के लिए कहा। आनें वाले त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने बोला कि राज्यों को रोग फैलने के जोखिम को कम करने के लिए अपेक्षित सार्वजनिक स्वास्थ्य तरीका और अन्य प्रबंध करनी चाहिए।
केरल में मिला पहला केस
भारत में जेएन.1 का पहला मुद्दा 8 दिसंबर को केरल में सामने आया, जहां एक 79 वर्षीय स्त्री में इसके लक्षण पाए गए थे। केरल के स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक स्त्री में कोविड के नए संस्करण जेएन.1 की पुष्टि हुई। अब स्त्री पूरी तरह से ठीक है।
कर्नाटक में मास्क अनिवार्य
कोविड के सभी वेरिएंट जेएन.1 को देखते हुए कर्नाटक गवर्नमेंट ने 60 साल से अधिक उम्र के लोगों, दिल और गुर्दे की रोंगों वाले लोगों और बुखार, कफ और सर्दी वाले लोगों को जरूरी रूप से मास्क पहनने का आदेश दिया है।
दिल्ली मास्क पहनने की सलाह
दिल्ली में डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनने, भीड़भाड़ से बचने और स्वस्थ आहार लेने की राय दी। क्रिसमस और नया वर्ष करीब आने के साथ, शहर के कुछ अस्पतालों के डॉक्टरों ने लोगों से अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए बोला है।
तेलंगाना के अस्पतालों में अलर्ट जारी
कोविड के नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए तेलंगाना गवर्नमेंट ने सभी अस्पतालों में अलर्ट जारी किया है। गांधी हॉस्पिटल के अतिरिक्त चिकित्सा शिक्षा निदेशक (डीएमई) ने कहा कि तेलंगाना में जेएन.1 वैरिएंट का कोई अभी तक कोई मुद्दा नहीं है।
हाई अलर्ट पर उत्तराखंड
कोविड के नए वेरिएंट से निपटने के लिए उत्तराखंड गवर्नमेंट को हाई अलर्ट पर रखा गया। उसने राज्य के सभी जिलों और अस्पतालों के लिए एक राय जारी कर Covid-19 के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव कोशिश किए जाने के लिए बोला गया है।
राजस्थान में रोगियों पर नज़र के निर्देश
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को जयपुर में समीक्षा बैठक कर ऑफिसरों को चिकित्सा संस्थानों में आने वाले सर्दी एवं सांस की रोंगों से पीड़ित रोगियों पर नज़र रखने के लिए निर्देश दिए।