विधानसभा और लोकसभा चुनाव को लेकर त्रिपक्षीय चुनावी गठबंधन पर चर्चा
बीजेपी भी गठबंधन के लिए तैयार- सूत्र
सूत्रों ने बोला कि टीडीपी अध्यक्ष चुनावों से पहले भाजपा के साथ गठबंधन करने के इच्छुक हैं और वहीं भाजपा के भी कई नेताओं का मानना है कि नायडू के साथ साझेदारी से एनडीए को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी शासित राज्य में अच्छा प्रदर्शन करने में सहायता मिलेगी। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बोला कि उनकी पार्टी गठबंधन के लिए तैयार है लेकिन यह सब इस पर निर्भर करेगा कि राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी टीडीपी कितनी सीटें देने पर सहमत होती है, खासकर लोकसभा चुनावों के लिए।
TDP साल 2018 में एनडीए से अलग हो गई थी
हालांकि अभी गठबंधन की वार्ता शुरुआती दौर में है लेकिन यदि नायडू एनडीए में वापस लौटते हैं तो सत्तारूढ़ गठबंधन को मजबूत करने में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन की यह दूसरी कामयाबी होगी। हाल ही में जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विपक्ष से नाता तोड़ लिया और भाजपा से हाथ मिला लिया था। बता दें कि TDP साल 2018 में एनडीए से अलग हो गई थी, जिसके बाद उसने 2019 का चुनाव अकेले लड़ा था और बुरी तरह से हार मिली थी।
नायडू के अमित शाह से पिछले वर्ष भी हुई थी मुलाकात
इन चुनावों में हार के बाद से ही टीडीपी ने एनडीए के साथ आने की प्रयास दोबारा प्रारम्भ कर दी थी। पिछले वर्ष जून में चंद्रबाबू नायडू ने अमित शाह और नड्डा से मुलाकात की थी। इस बैठक से दोनों दलों के गठबंधन को पुनर्जीवित करने की अटकलें तेज हो गई थीं , क्योंकि 2018 में टीडीपी के एनडीए से बाहर निकलने के बाद यह अमित शाह के साथ नायडू की पहली मुलाकात थी। हालांकि, भाजपा नायडू के प्रस्तावों के प्रति उदासीन थी, क्योंकि वाईएसआरसीपी ने मोदी गवर्नमेंट के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखे थे और कई प्रमुख विधेयकों को पारित करने में संसद में उसका समर्थन किया था।