कोटा में तैयारी कर रहे 17 वर्षीय बेटे की हत्या से चकनाचूर हो गए मां-बाप के सपने,जानें
कोटा के इंदिरा विहार क्षेत्र में सोमवार को आईआईटी-जेईई की तैयारी करने वाले 17 वर्षीय विद्यार्थी की पीट-पीट कर मर्डर कर दी गई। उसकी पहचान देवरिया के भलुअनी थाना क्षेत्र के करमटार गंगा निवासी सत्यवीर उर्फ राजवीर उर्फ रौनक के रूप में हुई है। उसके पिता तारकेश्वर सिंह कोटा पहुंच गए हैं। यहां घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
कक्षा 11 का विद्यार्थी सत्यवीर दो वर्ष से कोटा के एक कोचिंग संस्थान में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा था। सोमवार देर शाम 7 बजे वह एक चाय की दुकान पर बैठा था। तभी कुछ युवकों ने उस पर सरिया और जंजीरों से धावा कर दिया। आरोपी कथित तौर पर कोचिंग के विद्यार्थी थे। अंदरूनी चोटों की वजह से देर रात उसकी हालत बिगड़ गई। उसे हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। डीएसपी भवानी सिंह ने कहा कि हमले में सात से आठ विद्यार्थियों के शामिल होने का शक है।
राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे जिले के भलुअनी थाना क्षेत्र के करमटार गंगा निवासी विद्यार्थी की सोमवार की शाम को मनबढ़ युवकों ने मर्डर कर दी। एकलौटे बेटे की मर्डर से परिवार में कोहराम मच गया और गांव के लोग सन्न रह गये। बेटे को इंजीनियर बनाने के लिए मां उसके साथ में ही रहती थी। इस घटना ने मां-बाप के सपने का चकनाचूर कर दिया।
जिले के भलुअनी थाना क्षेत्र के करमटार गंगा निवासी राजवीर सिंह उर्फ सत्यवीर सिंह (17) पुत्र तारकेश्वर सिंह ने शहर के सरस्वती विद्या मंदिर से हाई विद्यालय पास किया। वह करीब दो वर्ष पहले जेईई की तैयारी करने को राजस्थान के कोटा चला गया। वह कोटा के इन्द्र बिहार कालोनी में अपनी मां रीमा सिंह के साथ रहता था। सोमवार की शाम करीब 7 बजे वह दोस्तों के साथ पंजाबी मेस के पास एक दुकान पर चाय पी रहा था उसी दौरान किए गए हमले में उसकी मृत्यु हो गई। कोटा पुलिस ने देर रात विद्यार्थी के पिता को इसकी सूचना दी। इकलौटे बेटे की मर्डर की सूचना से पिता तारकेश्वर सिंह सन्न रह गये।
वह अपने को संभालते एक परिचित के साथ सोमवार की रात को ही कोटा के लिए रवाना हो गये। उनका भलुअनी और करमटार गंगा दोनों स्थान मकान है। गांव वाले घर पर केवल राजवीर की दादी गुलाबी देवी उपस्थित थी। विद्यार्थी की मर्डर की सूचना से गांव में शोक की लहर दौड़ गयी। वहीं तारकेश्वर सिंह के भलुअनी स्थित ताला बंद मकान पर दर्जनों महिलायें पहुंची थी। सभी लोग यह जानने का कोशिश कर रहे थे कि आखिर क्यों तैयारी करने गये बेटे की मर्डर कर दी गयी।