वायु प्रदूषण के कारण यहा के निवासियों का हुआ बुरा हाल, अगले कुछ दिनों में हो सकती है राहत की संभावना
दिल्ली समेत पूरे एनसीआर की हवा एक बार फिर से जहरीली हो चुकी है। पूरा क्षेत्र गैस चैंबर बनने की तरफ अग्रसर है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की बात करें तो इसका स्तर 400 के ऊपर बना हुआ है। आलम यह है कि अभी अभी वायु प्रदूषण से राहत मिलने की कोई आशा नहीं है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों की बात की जाए तो दिल्ली में AQI 435 दर्ज किया गया जो गंभीर श्रेणी में आता है। हालांकि, 17 नवंबर से वायु की गुणवत्ता में कुछ सुधार देखा जा सकता है।
दिल्ली में AQI 400 के पार
दिल्ली के निवासियों को एक बार फिर जहरीली हवा में सांस लेना प्रारम्भ कर दिया है। शुक्रवार सुबह राजधानी का AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में बना रहा, क्योंकि प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण प्रदूषण के कण स्थिर बने हुए हैं। CPCB के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार, आरके पुरम, आईजीआई एयरपोर्ट और द्वारका जैसे स्थानों पर सुबह CPCB का आंकड़ा 400 के पार चला गया। आरके पुरम में AQI 461, आईजीआई एयरपोर्ट पर 465 और द्वारका में 491 दर्ज किया गया।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में भी अच्छी नहीं स्थिति
हालांकि, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों के लिए कुछ राहत भरी खराब रही, लेकिन हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। सीपीसीबी की वेबसाइट के अनुसार, नोएडा सेक्टर-125 का एक्यूआई 356 और ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क – III में एक्यूआई 311 दर्ज किया गया।
गुरुग्राम में भी नहीं राहत
गुरुग्राम के निवासियों के लिए कोई राहत भरी समाचार नहीं है। सीपीसीबी के आंकड़ों से पता चला है कि सुबह सेक्टर-51 में एक्यूआई 441 था। वहीं, गुरुवार को दिल्ली के 24 घंटों का औसत एक्यूआई 419 दर्ज किया गया था। बुधवार को यह 401, मंगलवार को 397, सोमवार को 358, रविवार को 218, शनिवार को 220 और शुक्रवार को 279 था।
21 नवंबर से हवा की गति में हो सकता है सुधार
हाल ही में दिल्ली गवर्नमेंट और आईआईटी-कानपुर द्वारा एक संयुक्त निष्कर्षों में पाया गया कि दिल्ली के वायु प्रदूषण में वाहनों का उत्सर्जन गुरुवार को 25 फीसदी रहा। हवा की धीमी गति और तापमान में कमी के कारण प्रदूषकों के जमा होने से अगले कुछ दिनों में राहत की आसार नहीं है। हालांकि, 21 नवंबर से हवा की गति में सुधार से वायु प्रदूषण का स्तर कम हो सकता है।