पिथौरागढ़ के बिलुप्तप्राय वन राजी छात्रों ने राष्ट्रपति को बाँधी राखी
पिथौरागढ़ धारचूला क्षेत्र से आये बिलुप्तप्राय वन राजी विद्यार्थियों ने राष्ट्रपति को राखी बांधी। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मूर्मू जी ने उनके पास रुक कर बातें भी कीं और उनको चाकलेट दिये। इन विद्यार्थियों को श्री तरुण विजय के नेतृत्व में दिल्ली ले जाया गया था।
रक्षा बंधन के पावन पर्व पर राष्ट्रपति द्वारा पूरे प्रदेश से सिर्फ़ देहरादून स्थित दून संस्कृति जनजातीय विद्यालय के विद्यार्थी आमंत्रित किए गए। इसका उद्घाटन पीएम श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। मुख्यतः पिथौरागढ़ धारचूला क्षेत्र से आये बिलुप्तप्राय वन राजी विद्यार्थियों ने राष्ट्रपति को राखी बांधी। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मूर्मू जी ने उनके पास रुक कर बातें भी कीं और उनको चाकलेट दिये।
इन विद्यार्थियों को श्री तरुण विजय के नेतृत्व में दिल्ली ले जाया गया था। प्रदेश गवर्नमेंट , सीएम श्री धामी और मुख्य सचिव श्री संधु ने उनके दिल्ली प्रवास और निवास की प्रबंध की थी। गौरतलब है कि वन राजी बच्चों को उच्चतर शिक्षा और बेहतर वातावरण में आगे बढ़ने का अवसर पिथौरागढ़ की ज़िलाधिकारी श्रीमती रीना जोशी के विशेष कोशिश और पूर्व विधायक श्री गगन सिंह रजवार के अनथक अभियान से सफल हुया।
इस विशेष राखी दल में अरुणाचल मणिपुर मिजोरम तथा असम के जनजातीय बच्चे भी थे। श्री तरुण विजय ने बोला कि यह प्रसंग और राष्ट्रपति जी का आमन्त्रण पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है और इस बात का प्रमाण है कि मोदी धामी गवर्नमेंट सबसे आखिरी छोर पर बैठे समाज के लिए भी काम कर रही है। उन्होंने बोला देहरादून में विज्ञान और तकनीकी शिक्षा परिषद के साथ वे वन राज़ी भाषा के शब्दकोश और भाषा लिपिकरण पर काम कर रहे हैं जिसके लिये सीएम से योगदान हेतु प्रार्थना की है। यदि इस समाज के लिये तुरंत काम नहीं किया गया तो उनकी भाषा और परम्परायें लुप्त होने का खतरा है जिस और प्रदेश में अभी तक किसी गवर्नमेंट या जनजातीय विभाग ने कुछ नहीं किया था।