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G20 Summit :दिल्ली को दुल्हन की तरह खूबसूरत सजाया,विदेशी मेहमानों के लिए एक शानदार लंच और डीनर आयोजित

पूसा-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) परिसर ने शनिवार को आगंतुकों के एक प्रतिष्ठित समूह की मेजबानी की इस प्रतिनिधिमंडल में जी20 नेताओं के 15 दंपती शामिल थे

दिल्ली में जी20 की बैठक का आयोजन किया गया विदेशी अतिथियों के लिए भव्य तैयारियां की गयी है दिल्ली को दुल्हन की तरह खूबसूरत सजाया गया चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा का पहरा है विदेशी अतिथियों के लिए एक बहुत बढ़िया लंच और डीनर भी आयोजित किया गया था खाने में लजीज पकवान बनाए गये प्रसिद्ध शेफ ने विदेशी अतिथियों के लिए एक से बढकर एक रेसिपी पकाए गये और उन्हें अतिथियों को परोसा गया कहते हैं हिंदुस्तान में हर किलोमीटर पर संस्कृति और भाषा बदल जाती है ऐसे में भारतीय पकवानों में भी होता है हर राज्य और शहर के अपने प्रसिद्ध रेसिपी और पकवान है ऐेसे में विदेशी अतिथियों के लिए भिन्न भिन्न राज्यों के प्रसिद्ध पकवानों को भी अतिथियों के भोजन में शामिल किया गया

पूसा-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) परिसर ने शनिवार को आगंतुकों के एक प्रतिष्ठित समूह की मेजबानी की इस प्रतिनिधिमंडल में जी20 नेताओं के 15 दंपती शामिल थे इसमें जापानी पीएम फुमियो किशिदा की पत्नी योको किशिदा, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति सहित अन्य शामिल थे यात्रा का मुख्य आकर्षण एक मनोरम लाइव कुकिंग सत्र था जो बाजरा पर केंद्रित था यह गैस्ट्रोनॉमिक अनुभव तरराष्ट्रीय बाजरा साल के उपलक्ष्य में मनाए गए समारोहों का हिस्सा था खाना पकाने के प्रदर्शन का नेतृत्व तीन मशहूर सेलिब्रिटी शेफ -कुणाल कपूर, अनाहिता धोंडी और अजय चोपड़ा ने किया जिन्होंने बाजरा-आधारित व्यंजनों की एक विविध श्रृंखला बनाने में अपने पाक कौशल का प्रदर्शन किया

शेफ कुणाल कपूर ने एक विशेष वार्ता में प्रथम स्त्रियों को खाना खिलाने के अपने अनुभव के बारे में बताया शेफ कुणाल ने बोला “भारत जी20 की मेजबानी कर रहा है, यह बहुत बड़ी बात है और विश्व नेता और राजनेता यहां कुछ जरूरी फैसला ले रहे हैं मुझे अपने भोजन के माध्यम से खाना पकाने और अपने हिंदुस्तान को प्रदर्शित करने का अवसर मिला और यह बड़े हिस्से में सहयोग देने का मेरा छोटा सा तरीका था यह था एक रोमांचक क्षण क्योंकि हमें इन विश्व नेताओं के बेहतर हिस्सों के साथ वार्ता करने का मौका मिला मुझे जो दिलचस्प लगा वह यह है कि आप चाहे किसी से भी मिलें, चाहे वह अक्षता मूर्ति हों या तुर्की, मॉरीशस या जापान की प्रथम स्त्री खाने की अपनी भाषा एक होती है अच्छे स्वाद वाले भोजन की संतुष्टि के भाव,आप उसी तरह पकड़ लेते हैं और मेरे जैसे किसी भी शेफ के लिए यही पुरस्कार है उन्होंने यह भी खुलासा किया कि अक्षता मूर्ति ने उनके द्वारा तैयार मशरूम-ज्वार खिचरा का पहला टुकड़ा लेने के बाद क्या बोला था उन्होंने आगे कहा, “जब अक्षताजी ने खिचड़ा का पहला निवाला लिया, तो उन्होंने अपनी आंखें घुमाईं और कहा, ‘वाह, यह सबसे अच्छी घर वापसी है जो मुझे मिल सकती है

 

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