गहलोत को तत्काल अपने पद से दे देना चाहिए इस्तीफा :मीणा
प्रतापगढ़. प्रतापगढ़ के धरियावद में एक आदिवासी स्त्री को निर्वस्त्र कर घुमाने के मुद्दे में राजनीति गरमाई हुई है. बीजेपी नेता और सांसद डाक्टर किरोड़ीलाल मीणा पीड़िता और उसकी मां से मिलने के लिए वन स्टॉप सेंटर पहुंचे. इस दौरान यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. मीणा ने मुलाकात के बाद पुलिस- प्रशासन पर काउंसलिंग के नाम पर पीड़िता और उसकी मां को बंधक बनाए जाने का इल्जाम लगाया. उन्होंने पीड़िता को तुरन्त सहायता राशि दिए जाने की मांग की.
उन्होंने प्रशासन पर इल्जाम लगाते हुए बोला कि पीड़िता और उसकी मां अपने घर जाना चाहती है, लेकिन जनता और मीडिया को पता न चले इसलिए इन्हें 5 दिन तक काउंसलिंग में रखने की बात कही जा रही है. जबकि गवर्नमेंट की ओर से पूर्व में इस तरह के मामलों में कोई काउंसलिंग नहीं की गई. मीणा ने बोला कि गवर्नमेंट दोहरे मापदंड अपना रही है, इस तरह की घटनाएं समाज के लिए ठीक नहीं है. गवर्नमेंट हाथ पर हाथ धरे बैठी है और सिर्फ़ घोषणाएं कर रही है.
मीणा बोले- त्याग-पत्र दें मुख्यमंत्री गहलोत
पीड़िता से मुलाकात के बाद सांसद मीणा ने सूबे के सीएम अशोक गहलोत पर धावा बोलते हुए बोला कि प्रदेश में अपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तुरन्त अपने पद से त्याग-पत्र दे देना चाहिए. वे पीड़ितों को न्याय दिलवाने में असफल रहे हैं. उन्होंने बोला इस मुद्दे में घटना के 36 घंटे बाद एफआईआर दर्ज हुई. पीड़िता के 164 के बयान अभी तक के दर्ज नहीं करवाए गए हैं. मुद्दे में सभी अपराधियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है. सांसद ने गवर्नमेंट से मांग करते हुए कहा- पीड़िता को थानागाजी मुकदमा की तर्ज पर 25 लाख रुपये नगद, सरकारी जॉब और आवासीय मकान तुरन्त दिया जाए.
पीड़ित परिवार के साथ मजाक कर रही है सरकार
धरियावद पहुंचे सांसद किरोड़ी मीणा ने पीड़िता को न्याय दिलाए जाने की मांग को लेकर पुलिस पुलिस स्टेशन के सामने धरना दिया. मीणा ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए बोला कि यदि 10 दिन में पीड़ित स्त्री को इन्साफ नहीं मिला तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा- गहलोत साहब कह रहे हैं कि पीड़िता के पिता मजदूरी करना चाहे तो उन्हें उदयपुर में मजदूरी दिलवा देंगे, यह पीड़ित परिवार के साथ मजाक है. गवर्नमेंट कागजों में कुछ कर रही है और धरातल पर कुछ और हो रहा है. प्रदेश में बढ़ते अपराधों से जनता त्रस्त हो चुकी है.