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भारतीय तेल वितरक कंपनियों ने आज के लिए पेट्रोल-डीजल के दाम की घोषणा की

Petrol-Diesel Price Today: पिछले दो से तीन दिनों तक शांत रहने के बाद, आज कच्चे ऑयल का रेट दो फीसदी के लगभग बढ़ गया सुबह छह बजे WTI Crude Oil 2.01 प्रतिशत चढ़कर 88.40 $ प्रति बैरल पर बिक रहा था वहीं, ब्रेंट क्रूड 1.70 प्रतिशत की उछाल के साथ 91.43 $ प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था इस बीच भारतीय ऑयल वितरक कंपनियों ने आज के लिए पेट्रोल-डीजल के मूल्य की घोषणा कर दी है हालांकि, कच्चे ऑयल के मूल्य में तेज उछाल का असर राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्र में देखने को नहीं मिल रहा है इसके बाद भी कई शहरों में पेट्रोल-डीजल के मूल्य में वृद्धि दर्ज की गयी है राजधानी दिल्ली में पेट्रोल-डीजल की मूल्य स्थिर है यहां पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 लीटर बिक रहा है जबकि, मुबंई में पेट्रोल की मूल्य 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये लीटर है कोलकाता में भी पेट्रोल-जील का मूल्य स्थिर है यहां पेट्रोल 106.03 रुपये लीटर और डीजल 92.76 रुपये लीटर आज सुबह से मिल रहा है हालांकि, चेन्नई में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 9 पैसे बढ़ोत्तरी हुई है यहां पेट्रोल 102.74 रुपये लीटर और 94.24 रुपये लीटर बिका रहा है

इन शहरों में भी बदले पेट्रोल-डीजल के दाम

बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल के मूल्य 34 पैसे की कटौती हुई है यहां पेट्रोल 107.24 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है जबकि, डीजल 90.04 रुपये प्रति लीटर के रेट से बिक रहा है इसके साथ ही, गोवा में पेट्रोल-डीजल के रेट में 0.17 पैसे बढ़त देखने को मिली है यहां पेट्रोल का रेट 97.54 रुपये और डीजल का रेट 90.10 रुपये लीटर बिक रहा है जबकि, अहमदाबाद में पेट्रोल-डीजल के रेट में 9 पैसे की हल्की गिरावट हुई है यहां, पेट्रोल की मूल्य 96.42 रुपये और डीजल 92.17 रुपये लीटर मिल रहा है जबकि, बेंगलुरू में पेट्रोल 101.94 रुपये और डीजल 97.89 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है

कमजोर हाजिर मांग से कच्चे ऑयल का वायदा रेट में गिरावट

कमजोर हाजिर मांग के बाद कारोबारियों द्वारा अपने सौदों की कटान करने से वायदा कारोबार में बुधवार को कच्चा ऑयल की मूल्य 0.48 फीसदी की गिरावट के साथ 7,204 रुपये प्रति बैरल रह गयी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे ऑयल का अक्टूबर माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध 35 रुपये या 0.48 फीसदी की गिरावट के साथ 7,204 रुपये प्रति बैरल रह गया इसमें 3.748 लॉट के लिए कारोबार हुआ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा ऑयल 0.20 फीसदी की गिरावट के साथ 86.49 $ प्रति बैरल रह गया जबकि ब्रेंट क्रूड का मूल्य 0.09 फीसदी की गिरावट दर्शाता 89.57 $ प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था

त्योहारी सीजन की आरंभ से पहले पेट्रोल, डीजल की बिक्री घटी

त्योहारी सीजन की आरंभ से पहले अक्टूबर के पहले पखवाड़े में पेट्रोल और डीजल की बिक्री में गिरावट आई है सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों के शुरुआती आंकड़ों से यह जानकारी मिली है पिछले वर्ष दुर्गा पूजा/दशहरा के साथ-साथ दीपावली भी अक्टूबर में थी इस वर्ष अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में खपत बढ़ने का अनुमान है सार्वजनिक क्षेत्र के तीनों ईंधन खुदरा विक्रेताओं की पेट्रोल की बिक्री में सालाना आधार पर नौ फीसदी की गिरावट आई दो महीने में पहली बार पेट्रोल की बिक्री गिरी है वहीं डीजल की मांग भी 3.2 फीसदी घट गई अक्टूबर के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की बिक्री सालाना आधार पर 12.9 लाख टन से घटकर 11.7 लाख टन रह गई मासिक आधार पर बिक्री में नौ फीसदी की गिरावट आई राष्ट्र में सबसे अधिक इस्तेमाल वाले ईंधन डीजल की खपत एक से 15 अक्टूबर के बीच 29.9 लाख टन रह गई है अक्टूबर, 2022 के पहले पखवाड़े में यह 30.9 लाख टन थी मासिक आधार पर इसमें 9.6 फीसदी की गिरावट आई सितंबर के पहले पखवाड़े में यह 27.3 लाख टन थी डीजल की बिक्री आमतौर पर मानसून के महीनों में गिर जाती है क्योंकि बारिश के कारण कृषि क्षेत्र की मांग घट जाती है

भारत में पेट्रोल-डीजल के मूल्य कैसे तय होते हैं

भारत में पेट्रोल और डीजल के मूल्य गवर्नमेंट द्वारा तय होते हैं और यह एक डायनामिक प्रक्रिया है जो विभिन्न कारगर कारकों पर निर्भर करती है यहां कुछ मुख्य कारक हैं जो इस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं:

  • आंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य (International Market Prices): हिंदुस्तान उपयोगकर्ताओं के लिए पेट्रोल और डीजल के विश्वासपूर्वक संग्रहित वितरण नेटवर्क नहीं है इसलिए, विश्व बाजार में पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में उत्तराधिकार समाप्त होने के बावजूद, हिंदुस्तान अंत में मात्रा और वितरण में परिभाषित है
  • कर और शुल्क (Taxes and Duties): पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को निर्धारित करने में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किए जाने वाले कर और शुल्क शामिल होते हैं यह आमतौर पर विभिन्न अद्यावधिक निर्णयों के आधार पर बदल सकते हैं
  • राज्य सरकारों का सहयोग (State Government Contribution): राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए अपने सहयोग को शामिल कर सकती हैं वे अपने राज्य में विभिन्न शुल्क और करों को लागू कर सकते हैं
  • मुद्रा की मांग और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति (Demand for Currency and Supply of Petroleum Products): पेट्रोलियम उत्पादों की मांग और उनकी आपूर्ति के बीच संतुलन भी मूल्यों को प्रभावित कर सकते हैं यदि उत्पादों की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो मूल्यों में वृद्धि हो सकती है उत्पादों की मांग कम है और आपूर्ति अधिक है, तो मूल्यों में कमी हो सकती है
  • निर्यात और आयात की घटनाएं (Export and Import Events): विभिन्न निर्यात और आयात की घटनाएं भी पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को प्रभावित कर सकती हैं

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