एमपी में करीब डेढ़ लाख करोड़ का निवेश और 4 लाख रोजगार पैदा होने की संभावना
भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी एक बार फिर गुरुवार को मध्यप्रदेश आ रहे हैं। वे सागर के बीना में 49 हजार करोड़ की लागत से लगने वाले पेट्रो केमिकल्स प्रोजेक्ट की आधार शिला रखेंगे। इसके साथ ही प्रदेश के 10 भिन्न-भिन्न इंडस्ट्रीयल प्रोजेक्ट्स का भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे। इन सभी प्रोजेक्ट्स के जरिए एमपी में करीब डेढ़ लाख करोड़ का निवेश और 4 लाख रोजगार पैदा होने की आसार है।
सूत्रों के मुताबिक, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी प्रदेश के पश्चिमी हिस्से रतलाम से लेकर पूर्व के मऊगंज तक 10 प्रोजेक्ट्स का भूमिपूजन किया जाएगा। इसमें करीब 1,00,200 करोड़ रुपए का निवेश और 23600 युवाओं को रोजगार मिलेगा। वहीं, बीना में पीएम मोदी के दौरे को लेकर तैयारियां जोर-जोर से चल रही हैं। पीएम मोदी के मंच को तैयार करने वाले अनिकेत उपाध्याय ने कहा कि पीएम की सभा के लिए जमीन से 7 फीट ऊंचा मंच तैयार हो गया है। मोदी 14 सितंबर की सुबह 11.05 बजे बीना रिफाइनरी के हेलीपेड पर पहुंचेंगे। यहां से वे सीधे कार्यक्रम स्थल जाएंगे। बीपीसीएल बीना में पेट्रोकेमिकल परिसर का शिलान्यास करेंगे। दोपहर 12.10 से 12.15 बजे तक मध्यप्रदेश के विभिन्न औद्योगिक परिसरों का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद 12:15 बजे से वह अपना संबोधन प्रारम्भ करेंगे।
एमपी में इन पार्कों और उद्योगों की रखी जाएगी आधारशिला
– नर्मदापुरम में 227 एकड़ जमीन पर 464 करोड़ रुपए से विद्युत, नवीकरणीय ऊर्जा और विनिर्माण क्षेत्र का भूमिपूजन। करीब 3300 करोड़ रुपए और का निवेश और 6600 युवाओं को जॉब मिलेगी।
– इंदौर में आईटी पार्क 3 और 4 का भूमिपूजन। यहां करीब 548 करोड़ रुपए से 120706 वर्गमीटर में आईटी पार्क विकसित होगा। 5000 करोड़ का निवेश और 25 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा।
– रतलाम में 462 करोड़ रुपए से 3600 एकड़ में मेगा इंडस्ट्रीयल पार्क विकसित होगा। यहां 75400 करोड़ रुपए का निवेश और 172000 हजार युवाओं को जाब्स के अवसर मिलने की आशा है।
– शाजापुर, मक्सी, नर्मदापुरम, मऊगंज, गुना और आगर-मालवा में 312 करोड़ रुपए से 1188 एकड़ जमीन पर 6 औद्योगिक पार्कों का विकास किया जाएगा। 16500 करोड़ का निवेश और 33 हजार व्यक्तियों को रोजगार संभावित है।
ऐसा है बीना पेट्रोलियम हब प्रोजेक्ट
पेट्रोकेमिकल हब बीना रिफाइनरी की तुलना में तीन गुना बड़ा प्रोजेक्ट है। रिफाइनरी वर्तमान में जहां 7.8 मिलियन मीट्रिक टन प्रतिवर्ष ऑयल शोधन कर रही है, अब उसकी क्षमता बढ़कर 15 मिलियन मीट्रिक टन हो जाएगी। गुजरात के बाद बीना में बीपीसीएल का यह राष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा पेट्रोकेमिकल हब होगा। इसके लिए 49 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा। करीब 250 सहायक उद्योग विकसित होंगे। पेट्रोकेमिकल हब बनने से डेढ़ लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
।