Jaipur : दीक्षांत समारोह हुआ संपन्न, इन्हें मिला स्वर्ण पदक
Jaipur News: जयपुर के बिडला बैठक भवन में चिकित्सक भीमराव अम्बेडकर विधि यूनिवर्सिटी के द्वितीय दीक्षांत कार्यक्रम आयोजित हुआ।जिसमें गवर्नर कलराज मिश्र और डिप्टी मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक,वरीयता प्रमाण पत्र और उपाधियां प्रदान की।
अपने संबोधन में गवर्नर कलराज मिश्र ने बोला की दीक्षांत कार्यक्रम शिक्षा प्राप्त करने के बाद उपाधि प्राप्त करने से नहीं जुड़ा है।यह विद्यार्थियों के नए जीवन में प्रवेश करने का उत्सव है।ये बात में इसलिए कह रहा हूं की शिक्षा सतत चलने वाली प्रकिया है।जो सदा सीखने को उत्सुक रहता है, वही जीवन को ठीक अर्थ में जीता है।
मिश्र ने कानून की शिक्षा का अधिकाधिक भारतीयकरण किए जाने का आह्वान किया है।उन्होंने बोला है कि विधि विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वे कानून की शिक्षा के अनुसार संविधान में आस्था रखते हुए नागरिकों के समान अधिकारों के लिए कार्य करने के लिए विद्यार्थियों को तैयार करें।
उन्होंने संसद में पारित तीन नए कानून भारतीय इन्साफ संहिता,भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय सक्षम अधिनियम की भी चर्चा की और बोला कि ब्रिटिश काल से चले आ रहे कानूनों के जगह पर इन कानूनों के आने से राष्ट्र में विधिक क्षेत्र में बड़ा बदलाव हुआ है।
उन्होंने विधि शिक्षा प्रदान करने वाले शिक्षकों से आग्रह किया किे वे पाठ्यपुस्तकों के साथ जन-कल्याण से जुड़े नए कानूनों के बारे में भी विद्यार्थियों को लगातार अद्यतन करें।डॉ।भीमराव अम्बेडकर संविधान निर्माता ही नहीं थे बल्कि बहुत बड़े विधिवेता भी रहे हैं।उनके जीवन आलोक में संविधान-संस्कृति से जुड़ी शिक्षा के प्रसार के लिए कार्य हो।
न्याय प्रबंध को नए आयाम दिए हैं
राज्यपाल ने बोला कि विधि शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपनी विधि शिक्षा का फायदा समाज के कमजोर, वंचित और इन्साफ के लिए संघर्षरत लोगों को प्रदान करने के लिए भी तत्पर रहें।उन्होंने विधि शिक्षा को युगानुकूल बनाए जाने के साथ ही विधिक साक्षरता के लिए भी यूनिवर्सिटी को कारगर किरदार निभाने का आह्वान किया।इस अवसर पर उप सीएम डॉ।प्रेमचंद बैरवा ने प्राचीन इन्साफ और परंपरा की चर्चा करते हुए बोला कि केंद्र गवर्नमेंट ने भारतीय संदर्भों में इन्साफ प्रबंध को नए आयाम दिए हैं।उन्होंने डॉ।अंबेडकर प्रदत्त संविधान की आदर्श परंपराओं को अपनाने का आह्वान किया।
वरीयता प्रमाण पत्र और उपाधियां प्रदान की
उन्होंने विधि शिक्षा की व्यवहारिकता के लिए भी सबको मिलकर कार्य करने पर बल दिया।डॉ।भीमराव अंबेडकर विधि यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ।सुधि राजीव ने यूनिवर्सिटी की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।राज्यपाल ने पूर्व में यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक,वरीयता प्रमाण पत्र और उपाधियां प्रदान की। उन्होंने संविधान की उद्देशिका का वाचन करवाया और मूल कर्तव्यों को पढ़कर सुनाया।