जयराम रमेश : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों को दे रहे ‘‘बुलेट की गारंटी’’
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने बृहस्पतिवार को बोला कि गवर्नमेंट को किसानों से जुड़े उन मुद्दों पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए जिनकी वजह से किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने इल्जाम लगाया कि पीएम नरेन्द्र मोदी किसानों को ‘‘बुलेट की गारंटी’’ दे रहे हैं। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘किसान हमारे राष्ट्र की रीढ़ हैं। अन्नदाताओं के दम पर ही हम हरित क्रांति और श्वेत क्रांति लाने में सक्षम हुए। इनकी मेहनत की वजह से ही कृषि के क्षेत्र में हिंदुस्तान आत्मनिर्भर बना। आज वही किसान जब एमएसपी की गारंटी मांग रहे हैं तब पीएम मोदी उन्हें ‘बुलेट की गारंटी’ दे रहे हैं।’’
रमेश ने कहा, ‘‘किसानों के ख़िलाफ़ आंसू गैस के गोले दागना और गोली चलाना अन्याय की पराकाष्ठा है। यह (सरकार) ‘चंदादाताओं’ का सम्मान और ‘अन्नदाताओं’ का अपमान कर रही है। कुछ ऐसा ही सलूक युवाओं के साथ हो रहा है। जब वे रोज़गार की मांग करते हैं तब उन पर लाठियां बरसाई जाती हैं। ‘अग्निपथ’ जैसी योजनाओं से उनका भविष्य बर्बाद किया जा रहा है।’’ कांग्रेस पार्टी महासचिव ने कहा, ‘‘अब पिछले 10 वर्ष के अन्याय काल का अंत नज़दीक है। कांग्रेस पार्टी पार्टी अपने पांच इन्साफ एजेंडे के दो मुख्य स्तंभों-किसान इन्साफ और युवा इन्साफ के माध्यम से इन्हें इन्साफ का हक़ दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
पार्टी के ‘अखिल भारतीय किसान कांग्रेस’ प्रकोष्ठ प्रमुख सुखपाल सिंह खैरा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हरियाणा की बीजेपी गवर्नमेंट सच छिपा रही है और किसानों पर इल्जाम लगा रही है। किसान आंदोलन से जुड़े एक नौजवान शुभकरण सिंह की कल गोली मारकर मर्डर कर दी गई, लेकिन हरियाणा गवर्नमेंट यह मानने को तैयार नहीं है।’’ उन्होंने इल्जाम लगाया, ‘‘देश की पुलिस, किसानों पर अत्याचार कर रही है। आंदोलन से जुड़े 200 से अधिक किसान जख्मी हैं।’’
खैरा ने कहा, ‘‘एक तरफ गवर्नमेंट किसानों को बैठक के लिए बुला रही है, दूसरी तरफ किसानों पर पुलिस बल प्रयोग कर रही है और आंसू गैस के गोले बरसा रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज किसान जिन मुद्दों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, उन पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए पंजाब विधानसभा का भी विशेष सत्र बुलाकर चर्चा होनी चाहिए।’’ खैरा ने दावा किया कि पंजाब गवर्नमेंट ने किसान की मृत्यु पर अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है।