जी20 शिखर सम्मेलन आयोजन के लिये दिल्ली में लगाये गये लंगूरों के आदमकद कटाउट
सम्मेलन के लिए सड़कों के किनारों पर गमले लगाए गए है और कई जगहों पर रंग रोगन किया गया है। इस बीच दिल्ली में कुछ ऐसा देखने को मिला है जिसने लोगों का काफी अधिक ध्यान खींचा है। दिल्ली में कई स्थानों पर लंगूरों के आदमकद कटाउट लगाए गए है, जिस पर आम जनता का काफी ध्यान गया है।
जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन दिल्ली में होने वाला है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली विदेशी प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस सम्मेलन के लिए दिल्ली को सजाया गया है। दो दिवसीय शिखर सम्मेलन 9 सितंबर को प्रगति मैदान के हिंदुस्तान मंडपम में प्रारम्भ होगा। इस सम्मेलन के लिए दिल्ली की खासतौर से साजोसज्जा की गई है।
सम्मेलन के लिए सड़कों के किनारों पर गमले लगाए गए है और कई जगहों पर रंग रोगन किया गया है। इस बीच दिल्ली में कुछ ऐसा देखने को मिला है जिसने लोगों का काफी अधिक ध्यान खींचा है। दिल्ली में कई स्थानों पर लंगूरों के आदमकद कटाउट लगाए गए है, जिस पर आम जनता का काफी ध्यान गया है।
इस संबंध में लोगों की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। लोग लंगूर के कटआउट और दिल्ली के सौंदर्यीकरण को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं देते दिख रहे है। जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर बंदरों को दूर रखने के लिए लंगूरों के बड़े बड़े कटआउट लगाए गए है। वहीं पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए दिल्ली को सुंदर बनाने” जैसे कई मुद्दों पर जानकारी सामने आई है। उल्लेखनीय है कि नयी दिल्ली क्षेत्र में बंदरों का काफी आतंक है। वहीं यहां लंगूरों के बड़े बड़े कटआउट लगाए जाने से बंदरों के आतंक से थोड़ी राहत मिली है।
गौरतलब है कि नयी दिल्ली क्षेत्र में बंदरों का काफी आतंक है। बंदर यहां लोगों को बहुत परेशान करते है। वहीं लंगूर के होने से बंदर दूर भागते है। लंगूरों को देखकर बंदर दूर चले जाते है। जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान बंदरों का आंतक ना हो इसलिए लंगूरों के बड़े आदम कद कटाउट लगाए गए है। नयी दिल्ली क्षेत्र के लोगों का बोलना है कि जी20 से राष्ट्र को और नयी दिल्ली क्षेत्र को अधिक फायदा होगा। जी20 व्यापार को बढ़ावा देगा और प्रत्येक आदमी को फायदा होगा।” हालांकि इस दौरान कई ऐसे लोग भी रहे जिन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है कि दिल्ली में ये सोज-ओ-सज्जा क्यों की जा रही है।
इस संबंध में भारतीय एक्सप्रेस की रिपो्ट के अनुसार क्षेत्रीय आदमी राघव ने बोला कि दिल्ली में बहुत सारे पर्यटक आते हैं और इसे देखकर उन्हें अच्छा महसूस होगा। इन सजावटों से दिल्ली और भी सुंदर हो जाएगी।” एक अन्य आदमी ने बोला कि कनॉट प्लेस, लाल किला को सजाया गया है। हो सकता है कि “नेता” हिंदुस्तान में घूमने आ रहे हों। वहीं अधिकांश विद्यालय विद्यार्थियों को जानकारी नहीं है कि दिल्ली को इस तरह से साफ और सजाया किस कारण से जा रहा है।
इस दौरान एक आदमी चेतन जैन से लंगूर कटआउट के बारे में पूछा गया, तो वह स्वयं को लंगूर की आवाज की नकल करने से नहीं रोक सके। उन्होंने कहा, ”बंदर लंगूरों से डरते हैं और हो सकता है कि पोस्टर देखने के बाद वे आगे न आएं। मुझे नहीं पता कि यह काम करेगा या नहीं। हालांकि जी20 सम्मेलन को लेकर होने वाली छुट्टियों को लेकर उन्होंने खुशी जताई।
जी 20 शिखर सम्मेलन को लेकर जहां नयी दिल्ली और आसपास के बाजार और दुकानों बंद किए गए है। इसे लेकर चेतन जैन ने बोला कि दैनिक वेतन भोगी मजदूरों पर इसका काफी असर पड़ेगा। यह दिहाड़ी श्रमिकों के लिए एक परेशानी होगी। सड़कों पर काम करके आजीविका कमाने वालों को कठिन हो सकती है। गवर्नमेंट को उनके लिए निवारण खोजने की आवश्यकता है।