महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट से नई पीढ़ी में होगा शौर्य का संचार
उदयपुर . राजस्थान गवर्नमेंट द्वारा गुरुवार को प्रस्तुत बजट में महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपये की घोषणा को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति उदयपुर ने मेवाड़ के गौरवशाली इतिहास को प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए बेहतर कदम कहा है.
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति उदयपुर के अध्यक्ष पूर्व कुलपति प्रो. बीएल चौधरी ने बोला कि महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट केवल पर्यटन की दृष्टि से ही नहीं, अपितु नयी पीढ़ी भी भारतवर्ष के गौरवशाली इतिहास के दर्शन का भी माध्यम होगा. यह सर्किट युवाओं में शौर्य का संचार करेगा. मातृभूमि के लिए सर्वस्व अर्पण करने वाले वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का इतिहास में मुनासिब मान स्थापित करने की दिशा में यह जरूरी कदम है.
समिति के भीतर संचालित प्रताप गौरव केन्द्र राष्ट्रीय तीर्थ के निदेशक अनुराग सक्सेना ने बोला कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप मेवाड़ ही नहीं, अपितु सम्पूर्ण भारतवर्ष के प्रेरणास्रोत हैं. मेवाड़ का इतिहास पूरे विश्व के इतिहास से अधिक वजन रखता है. प्रताप गौरव केन्द्र महाराणा प्रताप की शौर्यगाथा को प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने का ही एक कोशिश है.
इसी दिशा में राजस्थान गवर्नमेंट द्वारा महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़े विभिन्न स्थलों चावण्ड, हल्दीघाटी, गोगुन्दा, कुम्भलगढ़, दिवेर, उदयपुर आदि को सम्मिलित करते हुए महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान एक अच्छी पहल है.