ममता बनर्जी सरकार पर भ्रष्टाचार का लगाया आरोप,बीजेपी किया पलटवार
बनर्जी ने मंगलवार को राज्य के मंत्रियों, पार्टी नेताओं के साथ ही मनरेगा मजदूरों के साथ जंतर मंतर पर धरना दिया। बाद में उन्होंने कृषि भवन में ग्रामीण विकास मंत्रालय तक मार्च निकाला, जहां उनकी राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मुलाकात होनी थी। हालांकि, कृषि भवन जाने के करीब डेढ़ घंटे बाद तृण मूल काँग्रेस नेताओं ने दावा किया कि राज्य मंत्री ने यह कहते हुए उनसे मिलने से इनकार कर दिया कि वह पांच से अधिक प्रतिनिधियों से नहीं मिलेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री को लिखे गए पत्रों बंडल लेकर पहुंचे तृणमूल नेता कृषि मंत्री से मिलने पर अड़ गए और रात करीब 9 बजे तक वहां बैठे रहे। जिसके बाद सुरक्षा बलों ने उन्हें हिरासत में लेकर मंत्रालय परिसर खाली करवाया।
केंद्र की योजनाओं के धन के भुगतान को लेकर विरुद्ध तृणमूल का प्रदर्शन
इससे पहले, बीजेपी (भाजपा) ने पलटवार किया है और ममता बनर्जी गवर्नमेंट पर करप्शन का इल्जाम लगाया है। पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी ने मंगलवार को केंद्र से राज्य को मिल रहे धन में कथित हेराफेरी की CBI जांच की मांग की। उन्होंने सत्तारूढ़ तृण मूल काँग्रेस पर एक बड़े घोटाले के पीछे होने का इल्जाम लगाया। बीजेपी नेता ने इल्जाम लगाया कि राज्य गवर्नमेंट के ऑफिसरों के साथ मिलकर तृणमूल कांग्रेस पार्टी से जुड़े हजारों ग्राम प्रधान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार अधिनियम (मनरेगा) के अनुसार काम के संबंध में राज्य में हजारों करोड़ रुपये के करप्शन में शामिल हैं।
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