NIA ने आईएसआईएस से जुड़े आतंकी गिरोह का किया भंडाफोड़, 15 आतंकी हुए गिरफ्तार
नई दिल्ली: एनआईए ने महाराष्ट्र और कर्नाटक के ग्रामीण इलाकों में एक्टिव अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े आतंकवादी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 15 आतंकवादियों को अरैस्ट किया है।
कर्नाटक और महाराष्ट्र में 44 जगहों पर छापेमारी
इस रैकेट ने महाराष्ट्र के ठाणे के पड़वा गांव को मुक्त इस्लामिक क्षेत्र (अल-शाम) घोषित कर दिया था और यहां युवाओं को आईएसआईएस के खलीफा के प्रति निष्ठा की शपथ भी दिलाई गई थी। एनआईए ने कर्नाटक और महाराष्ट्र में रैकेट के 44 ठिकानों पर छापेमारी की।
गिरोह का मुखिया साकिब नाचन गिरफ्तार
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस रैकेट के मुखिया साकिब नाचन को भी अरैस्ट कर लिया गया है। साकिब मुसलमान युवकों को पड़वा गांव में बुलाता था और वहां आईएसआईएस खलीफा के प्रति निष्ठा की शपथ दिलाता था। इस बात के भी सबूत मिले हैं कि साकिब और अन्य आतंकवादी विदेश स्थित आतंकवादी आकाओं के निर्देश पर काम कर रहे थे।
युवाओं को निशाना बनाया गया
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पहले सीरिया और इराक में कट्टरपंथी युवाओं को आईएसआईएस में शामिल होने के लिए भर्ती किया जाता था। लेकिन इस रैकेट ने हिंदुस्तान में ही युवाओं को जिहाद, खिलाफत और आतंकी हमलों के लिए प्रशिक्षित करना प्रारम्भ कर दिया। गिरोह का उद्देश्य आतंकी हमलों के माध्यम से हिंदुस्तान में सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करना और अंततः राष्ट्र पर युद्ध की घोषणा करना था। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आईएसआईएस के इस रैकेट ने खलीफा के प्रति निष्ठा की शपथ ली है और कितने युवा पड़वा गांव में आकर इस रैकेट का हिस्सा बने हैं।
इन इलाकों में हुई कार्रवाई
वरिष्ठ अधिकारी ने बोला कि पड़वा और बोरावली, ठाणे, मीरा रोड और पुणे, बेंगलुरु इलाकों में 44 स्थानों पर की गई छापेमारी में भारी मात्रा में नकदी, हथियार, धारदार हथियार, दस्तावेज, स्मार्ट टेलीफोन और अन्य डिजिटल उपकरण बरामद किए गए। इन डिजिटल उपकरणों और दस्तावेजों की जांच की जा रही है। साथ ही अरैस्ट 15 आतंकवादियों से पूछताछ भी जारी है। उनके अनुसार आने वाले दिनों में उनसे इस रैकेट के बारे में और जानकारी मिलेगी।
वरिष्ठ अधिकारी ने बोला कि आईएसआईएस लंबे समय से हिंदुस्तान में अपने पैर जमाने की प्रयास कर रहा है। लेकिन एनआईए ने पिछले कुछ महीनों में राष्ट्र के भिन्न-भिन्न हिस्सों में पैर जमाने की प्रयास कर रहे उनके रैकेट का पर्दाफाश किया है और आतंकवादियों को अरैस्ट किया है। लेकिन राष्ट्र के भीतर एक गांव को स्वतंत्र इस्लामिक क्षेत्र घोषित करने और आईएसआईएस खलीफा के प्रति निष्ठा की शपथ लेने का मुद्दा पहली बार सामने आया है।