पलानीस्वामी ने ओपीएस पर साधा निशाना, कहा…
उन्होंने बोला कि हर किसी को समझना चाहिए कि उत्तराधिकार की राजनीति क्या है. चुनाव लड़ने के लिए टिकट देना सियासी विरासत नहीं माना जाना चाहिए. करुणानिधि डीएमके के नेता थे. स्टालिन वर्तमान में डीएमके पार्टी के नेता हैं. उदयनिधि भविष्य में स्टालिन के नेता बनने की प्रयास कर रहे हैं. यह यह उत्तराधिकार की राजनीति है. हमारी नीति है कि अन्नाद्रमुक पार्टी का नेतृत्व एक परिवार के लिए नहीं होना चाहिए और मेरे जैसे सामान्य आदमी को पार्टी के नेतृत्व में आना चाहिए. जे जयललिता के लंबे समय तक सहयोगी रहे पन्नीरसेल्वम को कथित तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 2022 में अन्नाद्रमुक से निष्कासित कर दिया गया था. उन्होंने पार्टी से निष्कासन को चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की है.
पलानीस्वामी ने अपने नवीनतम बजट के लिए सत्तारूढ़ द्रमुक गवर्नमेंट की निंदा करते हुए बोला कि इससे राज्य के किसानों को कोई लाभ नहीं होता है. डीएमके गवर्नमेंट ने किसानों के लिए कोई घोषणा नहीं की जिसका जिक्र उन्होंने अपने घोषणा पत्र में किया था. इस कृषि बजट से किसानों को कोई फायदा नहीं है.