राष्ट्रीय

फिजाओं में घुला जहर,AQI 424 के साथ खतरनाक स्तर पर प्रदूषण

ग्रेटर नोएडा मौसम में परिवर्तन के साथ ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हवा लगातार प्रदूषित होती जा रही है दोनों शहर में एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) रेड जोन में पुहंच गया है सोमवार को ग्रेटर नोएडा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) का सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली दूसरे नंबर पर रहा समीर एप के अनुसार नोएडा का एक्यूआई 354 दर्ज किया गया है बढ़ता वायु प्रदूषण खतकरनाक श्रेणी में पहुंच गया है

नोएडा में बीते सप्ताह की तुलना में इस बार वायु प्रदूषण दोगुनी रफ्तार के साथ बढ़ा है बीते दिनों ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई लेवल येलो जोन और नोएडा का ग्रीन जोन में था वायु प्रदूषण सूचकांक एप्लीकेशन समीर के मुताबिक सोमवार को ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 325 दर्ज किया गया है आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 310, गाजियाबाद में 260 और नोएडा में 275 दर्ज किया गया है

ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 354
यहां रविवार को सुबह से ही हवा में घुला प्रदूषण देखने को मिला इसके बाद शहर में दोपहर भर धुएं की परत छाई रही हालांकि बाद में मामूली हवा चलने पर थोड़ी राहत महसूस की गई आंकड़ों के अनुसार फरीदाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई ) 267, गुरुग्राम का सूचकांक 216 और बहादुरगढ़ का सूचकांक 275 दर्ज किया गया है इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा में 354, फरीदाबाद में 322, दिल्ली में 313 और नोएडा में 304 दर्ज किया गया था

मौसम का असर
हर वर्ष मौसम के परिवर्तन से साथ ही ठंड के आगमन से पहले प्रदूषण बढ़ने लगता है इस बार भी हवा में जहर घुलता दिखाई दे रहा है, शहर में सुबह से प्रदूषण का कोहरा छाया नजर आता है इसका कारण शहर में होने वाला कंस्ट्रक्शन, खुले में पड़ा कंस्ट्रक्शन मटेरियल और ट्रैफिक का बढ़ता दबाव भी है हांलाकि कमीशन फॉर एयर क्वालिटी एंड मैनेजमेंट ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू कर दिया है इसके अनुसार प्रदूषण को कम करने के लिए तरीका किए जाते हैं जिसमें कुछ प्रतिबंध भी शामिल हैं

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