पुजारी परमहंस आचार्य ने उदयनिधि के सिर पर रखा10 करोड़ रुपए का इनाम
नई दिल्ली। जहां एक तरफ उदयनिधि स्टालिन (Udaynidhi Stalin) के ‘सनातन धर्म’ के विरुद्ध दिए अपने बयान के बाद बवाल बरपा हुआ है है। वहीं इस मामले में उत्तरप्रदेश के तपस्वी छावनी मंदिर के मुख्य पुजारी परमहंस आचार्य ने उदयनिधि के सिर पर 10 करोड़ रुपए का पुरस्कार रखा हुआ है।
हालांकि इस इस धमकी के बाद उदयनिधि स्टालिन ने भी पलटवार करते हुए बोला है कि, मेरे सिर के लिए 10 रुपए का कंघा ही काफी रहता है।
#WATCH | Security tightened outside the residence of Tamil Nadu Minister Udhayanidhi Stalin in Chennai after he was given a death threat regarding his ‘Sanatana Dharma should be eradicated’ remark. pic.twitter.com/r3HSLCBmab
— ANI (@ANI) September 5, 2023
इधर तपस्वी छावनी मंदिर के मुख्य पुजारी परमहंस आचार्य की धमकी के बाद तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के चेन्नई में स्थित उनके आवास के बाहर सुरक्षा अब और भी कड़ी कर दी गई।जानकारी दें कि, अयोध्या में तपस्वी छावनी मंदिर के मुख्य पुजारी परमहंस आचार्य ने स्टालिन के ‘सनातन धर्म’ के विरुद्ध दिए अपने बयान के बाद बोला है कि, “जो भी उदयनिधि का सिर काटकर मेरे पास लाएगा, उसको 10 करोड़ का ईनाम दूंगा। यदि किसी ने उसे नहीं मारा तो मैं मार दूंगा।”
धमकी पर उदयनिधि का जवाब
उधर इस सिर कलम करने की धमकी पर अब उदयनिधि ने भी चेन्नई में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर दिया कि, “परमहंस आचार्य ने घोषणा की है कि वह मुझे सनातन (धर्म) के बारे में बात करने के लिए अपना सिर कटवाने के लिए 10 करोड़ रुपये देंगे। मेरे सिर पर कंघी करने के लिए 10 रुपए का कंघा ही काफी है।” दरअसल देखा जाए तमिल भाषा में ‘चॉप या स्लाइस’ शब्द का अर्थ बालों में कंघी करना भी होता है।
इतना ही नही उदयनिधि ने आगे कहा, ” धमकी हमारे लिए कोई नयी बात एकदम नहीं है। मैं उस आदमी (एम करुणानिधि) का पोता हूं, जिसने तमिलनाडु के लिए अपना जीवन ही दांव पर लगा दिया था।”
क्या है मामला
दरअसल बीते शनिवार को उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोविड-19 वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हुए एक विवादस्पद बयान दिया था कि, सनातन धर्म समानता और सामाजिक इन्साफ के विरुद्ध है और इसको समाप्त करने की आवश्यकता है। उदयनिधि ने आगे यह भी बोला था कि, ऐसी चीजों का विरोध नहीं, बल्कि उनको सीधे समाप्त ही कर देना चाहिए।