OCCRP में अडानी ग्रुप को लेकर हुए नए खुलासे :राहुल गांधी
मुंबई: ऐसे समय में जब हिंदुस्तान में जी20 शिखर सम्मेलन होने वाला है, अडानी समूह पर लगे नए आरोपों से हिंदुस्तान की छवि दांव पर है। राहुल गांधी ने मांग की है कि पीएम तुरन्त अडानी मामले पर जेपीसी बनाकर स्वयं को बेदाग साबित करें। राहुल ने बोला कि अडानी मामले पर जेपीसी की मांग के समर्थन में सभी विपक्षी दल एकमत हैं और इस मामले पर कोई भेदभाव नहीं है।
मुंबई में ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे राहुल गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए बोला कि ऑर्गनाइज्ड अपराध एंड भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) में अडानी ग्रुप को लेकर नए खुलासे हुए हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदुस्तान की प्रतिष्ठा को धक्का लग रहा है। इसलिए पीएम को अब अडानी के साथ अपने संबंध को लेकर स्वयं को पाक साफ साबित करना होगा। राहुल गांधी ने इस मामले पर संयुक्त संसदीय समिति के गठन की गवर्नमेंट की मांग दोहराई।
उन्होंने बोला कि इन आरोपों की गहन जांच होनी चाहिए। मुझे समझ नहीं आ रहा कि पीएम जांच का आदेश क्यों नहीं दे रहे हैं। वह यह क्यों नहीं कहते कि वह स्वयं इस मुद्दे की जांच सुनिश्चित करायेंगे। ऐसे समय में जब जी-20 की बैठक होने वाली है, पीएम की खामोशी से एक बहुत गंभीर प्रश्न खड़ा हो गया है।
उन्होंने बोला कि जी20 बैठक का हवाला देकर हिंदुस्तान दुनिया को यह दिखाने की प्रयास करता है कि हमारे यहां पारदर्शिता है और यहां सभी को समान अवसर मिलते हैं। लेकिन, जी20 में आने वाले नेता हमेशा प्रश्न करेंगे कि पीएम किसी को इतनी खुली छूट क्यों दे रहे हैं।
राहुल ने बोला कि दुनिया के प्रमुख आर्थिक दैनिकों में छपने वाली रिपोर्टों का असर हिंदुस्तान में निवेश पर पड़ता है। उसी के आधार पर हिंदुस्तान के बारे में एक धारणा बनती है। इन अखबारों में कहा गया है कि अडानी के शेयर की मूल्य को कृत्रिम रूप से बढ़ाने के लिए एक अरब $ का निवेश किया गया है। यह बहुत गंभीर मुद्दा है और इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने बोला कि इन खबरों से कुछ प्रश्न खड़े हुए हैं। पहला प्रश्न ये है कि ये पैसा किसका है? क्या ये अडानी का पैसा है या किसी और का? दूसरा प्रश्न यह है कि क्या इस पूरे घोटाले के पीछे गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी ही मास्टरमाइंड हैं? इसके अलावा, नसीर अली शाबान अलही और चांग चुंग लिंग मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं। यह पैसा राष्ट्र से बाहर कैसे गया और किसे मिला इसकी जांच होनी चाहिए।
राहुल ने बोला कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि दो विदेशी नागरिकों को पूरे भारतीय बुनियादी ढांचा क्षेत्र को नियंत्रित करने वाली कंपनियों में से एक का मूल्यांकन करने की अनुमति कैसे मिल गई। राहुल ने पूछा कि जब भी अडानी का नाम आता है तो पीएम मोदी परेशान क्यों हो जाते हैं।