Share Market: निफ्टी में आयी 2.07 प्रतिशत की तेजी
Share Market Closing Bell: तीन राज्यों में बीजेपी (भाजपा) की जीत से उत्साहित घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार पांचवें व्यवसायी सत्र में तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 1,384 अंकों की जबर्दस्त छलांग लगाते हुए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। इस तेजी के बीच एनएसई निफ्टी भी अब तक के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। विश्लेषकों के मुताबिक, बीजेपी को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मिले साफ बहुमत से पिछले हफ्ते जीडीपी और अन्य जरूरी आर्थिक आंकड़ों के बेहतर रहने से बनी सकारात्मक धारणा और मजबूत हुई है। इसके अतिरिक्त कच्चे ऑयल का मूल्य 80 $ प्रति बैरल के नीचे रहने से भी निवेशक धारणा को बल मिला। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,383.93 अंक यानी 2.05 फीसदी उछलकर अबतक के उच्चतम स्तर 68,865.12 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह रिकॉर्ड 68,918.22 अंक तक चला गया था। सेंसेक्स में 20 मई, 2022 के बाद एक दिन में आई यह सबसे बड़ी तेजी है।
निफ्टी में आयी 2.07 फीसदी की तेजी
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी भी 418.90 अंक यानी 2.07 अंक की बढ़त के साथ अबतक के उच्चतम स्तर 20,686.80 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 44 फायदा में रहे। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई में सबसे अधिक क्रमश: 4.68 फीसदी और 3.99 फीसदी की तेजी रही। फायदा में रहने वाले अन्य प्रमुख शेयरों में लार्सन एंड टुब्रो, कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं। दूसरी तरफ, विप्रो और टाटा मोटर्स हानि में रहे। बाजार में चौतरफा तेजी के इस दौर में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार मूल्यांकन 5.81 लाख करोड़ रुपये उछलकर 343.48 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के अध्ययन प्रमुख विनोद नायर ने बोला कि तीन राज्यों में बीजेपी की बहुत बढ़िया जीत से दोनों मानक सूचकांक रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुए। बाजार में तेजी का कारण यह संकेत भी है कि अगले वर्ष होने वाले आम चुनावों में राष्ट्र में एक स्थिर गवर्नमेंट बनेगी। उन्होंने बोला कि एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशकों) के निवेश जारी रहने की आशा में सभी क्षेत्रों में तेजी रही। दुनिया के अन्य राष्ट्रों में महंगाई को लेकर सकारात्मक बयान और स्थिर घरेलू वृहत आर्थिक आंकड़ों से भी बाजार को समर्थन मिला।
मिडकैप और स्मॉलकैप में आयी तेजी
अधिक शेयरों का अगुवाई करने वाला बीएसई मिडकैप सूचकांक ने 1.19 फीसदी की तेजी दर्ज की जबकि स्मालकैप सूचकांक 1.20 फीसदी चढ़ गया। इस दौरान सभी उद्योग खंडों में तेजी रही जिसमें ऑयल एवं गैस क्षेत्र 3.77 फीसदी वृद्धि के साथ सबसे आगे रहा। एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने बोला कि चुनावी नतीजों के साथ निफ्टी में निकट भविष्य में अधिक उछाल आने की आशा में लिवाली का बल देखा गया। निफ्टी के 20,400 के स्तर से नीचे नहीं आने तक तेजड़िये हावी रह सकते हैं। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक हानि में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में जर्मनी और फ्रांस में जहां तेजी रही वहीं लंदन बाजार में गिरावट रही। अमेरिकी बाजार में शुक्रवार को मिला-जुला रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय ऑयल मानक ब्रेंट क्रूड 0.65 फीसदी की गिरावट के साथ 78.37 $ प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 1,589.61 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
रुपया तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.36 प्रति $ पर
रुपया सोमवार को अमेरिकी $ के मुकाबले तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.36 (अस्थायी) पर बंद हुआ। विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा के सुधार से रुपया की धारणा प्रभावित हुई। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि दिन की आरंभ में रुपये में तेजी रही थी। विदेशी संस्थागत निवेशकों के सतत पूंजी प्रवाह से भी भारतीय मुद्रा को समर्थन मिला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में $ के मुकाबले रुपया 83.28 पर खुला। फिर 83.37 के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद अंत में 83.36 (अस्थायी) प्रति $ पर बंद हुआ। यह पिछले बंद रेट से तीन पैसे की गिरावट है। रुपया शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.33 पर बंद हुआ था। इस बीच दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी $ की स्थिति को दर्शाने वाला $ सूचकांक 0.06 फीसदी की बढ़त के साथ 103.32 पर रहा। अंतरराष्ट्रीय ऑयल मानक ब्रेंट क्रूड 0.51 फीसदी की गिरावट के साथ 78.48 $ प्रति बैरल पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,589.61 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।