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राजस्थान : प्रदेश के इन जिलों में प्रदूषण से बिगड़े हालात

जयपुर दिल्ली की तरह राजस्थान में भी प्रदूषण बढ़ने की वजह से यहां की हवा जहरीली होती जा रही है प्रदेश का एयर क्वालिटी इंडेक्स घातक लेवल पर पहुंच गया है इसके अतिरिक्त राज्य के कई जिलों में AQI स्तर 400 के पार पहुंच गया है वहीं सर्दी का मौसम प्रारम्भ होने के साथ ही नवंबर महीने के पहले सप्ताह से पूरे उत्तर हिंदुस्तान में प्रदूषण बढ़ने लगा है आंकड़ों के अनुसार इस बार दीपावली से पहले ही प्रदूषण का स्तर तीन गुना तक बढ़ गया है

श्रीगंगानगर जिले में प्रदूषण के कारण हालत बदतर हो गए हैं यहां के आसमान में धुंए की काली परतें छा गई हैं और एयर क्वालिटी इंडेक्स 412 तक पहुंच गया है स्मॉग और धुंए के असर के कारण आसमान में कोहरा छा गया है इसके अतिरिक्त वायु प्रदूषण की वजह से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है पड़ोसी राज्य हरियाणा और पंजाब में धान की पराली जलाना भी प्रदूषण का एक बड़ा कारण बताया जा रहा है लगातार बढ़ते प्रदूषण को लेकर राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है

प्रदेश के इन जिलों में प्रदूषण से बिगड़े हालात
दिल्ली एनसीआर से राजस्थान पहुंची जहरीली हवा के कारण जिन जिलों के हालात सबसे अधिक खराब है उनमें श्रीगंगानगर पहले जगह पर है वहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 412 तक पहुंच गया है वहीं दूसरे जगह पर भिवाड़ी जिला है जहां पर जहरीली हवा का स्तर 389 पहुंचा है इसके अतिरिक्त धौलपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 369, दौसा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 310, चूरू का एयर क्वालिटी इंडेक्स 357 और गुलाबी नगरी जयपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 262 तक पहुंच गया है

क्या होता है एयर क्वालिटी इंडेक्स?
AQI का इस्तेमाल हवा की गुणवत्ता मापने के लिए किया जाता है इसके आधार पर इस बात का पता लगाया जाता है कि हम जिस वातावरण में रह रहे हैं वहां की हवा सांस लेने योग्य है या नहीं यदि AQI का स्तर 0 से 50 के बीच है तो इसे सामान्य माना जाता है वहीं 201 से 300 के बीच की स्थिति को खराब माना जाता है इसके अतिरिक्त यदि एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर 301 से 400 के बीच है तो इसे प्रदूषण की बहुत खराब स्थिति माना जाता है

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